नई दिल्ली: देश के उत्तराखंड राज्य के जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क में बाघों की संख्या में हुई बढ़ोतरी से अब यह कॉर्बेट टाइगर रिज़र्व देश का सबसे ज़्यादा बाघ वाला राज्य बन गया है। इनकी संख्या में इज़ाफ़ा होने से पहले जहां कॉर्बेट पार्क में186 बाघ हुआ करते थे, वहीं अब इनकी संख्या बढ़ कर 215 हो गई है।
बाघों की आबादी के लिहाज़ से कॉर्बेट टाइगर रिज़र्व देश का पहला सबसे ज़्यादा बाघों वाला राज्य बन गया है। वही कॉर्बेट में गजराजों की संख्या में भी काफी इज़ाफ़ा हुआ है। 2007 में जहां हाथियों की आबादी 650 के करीब थी,अब वो बढ़ कर 1035 हो गई है।
बाघों की गिनती के यह आंकड़े कैमरा ट्रेप द्वारा कॉर्बेट नेशनल पार्क में राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (NTCA) और भारतीय वन जीव संस्थान द्वारा कराई गई गिनती से सामने आये हैं, हालांकि बाघों की संख्या बढ़ने से शिकारियों का खतरा भी बढ़ गया है। बाघों की संख्या के यह आंकड़े बताते हैं कि कॉर्बेट टाइगर रिज़र्व बाघों का बेहतर घर साबित हुआ है।
भारत विश्व में बाघों की संख्या के मामले में पहले स्थान पर है। टाइगर रिज़र्व और वन प्रभागों को मिलकर कुल 2,226 बाघ है। विश्व में 3500 बाघ है। रूस दूसरे स्थान पर है, वहां 500 बाघ हैं जबकि अकेले उत्तराखंड में ही 340 बाघ हैं। सीटीआर के निदेशक समीर सिन्हा ने कॉर्बेट में बाघों की संख्या में इज़ाफ़ा होने से ख़ुशी ज़ाहिर की है। उन्होंने बताया कि गजराजों की संख्या भी काफी बढ़ गई है। अब कॉर्बेट नेशनल पार्क आवे वाले सैलानियों के लिए नये साल में बाघों की बढ़ोतरी किसी तोहफे से काम नहीं है, उन्हें अब ज़्यादा बाघ दिखाई देंगे।