रांची: झारखंड में विभिन्न राज्यों से अब तक तीन लाख 15 हजार से अधिक प्रवासी मजदूरों को वापस लाया जा चुका है। झारखंड के मुख्य नोडल पदाधिकारी अमरेन्द्र प्रताप सिंह ने आज यहां एक संवाददाता सम्मेलन में यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि इन प्रवासी मजदूरों को बसों एवं विशेष ट्रेन के माध्यम से यहां लाया गया है तथा सभी प्रवासी मजदूरों की स्क्रीनिंग भी की गई है।
सिंह ने बताया कि केन्द्र सरकार के नए दिशा निर्देशों के बाद सुविधायें बढ़ी हैं। विभिन्न जिलों में फंसे प्रवासी मजदूरों के लिये भी अपने घर जाना आसान हो गया है क्योंकि ट्रेन अब तय तरीके से चल रही हैं। वंदे भारत मिशन के तहत अब तक राज्य में 18 लोग विदेश से भी वापस आ चुके हैं जिनमें से 13 लोगों को राज्य में पृथक रखा गया है जबकि अन्य पांच लोगों को देश के अन्य स्थानों पर पृथक रखा गया है।
उन्होंने बताया कि मुख्य सचिव झारखंड की ओर से अन्य प्रदेशों के मुख्य सचिवों को पत्र प्रेषित कर समन्वय स्थापित किया जा रहा है ताकि वैसे मजदूरों को बस तथा अन्य माध्यमों से झारखंड में वापस लाया जा सके जो पैदल चलते हुए अपने घर वापस आ रहे हैं। उन्होंने बताया कि इस प्रक्रिया में होने वाले खर्च का वहन राज्य सरकार की ओर से किया जायेगा।
संवाददाता सम्मेलन में राज्य के यातायात सचिव के रवि कुमार ने कहा कि अभी तक बस के माध्यम से लगभग 1 लाख 1 हजार 229 लोग राज्य में वापस आ चुके हैं। वहीं 103 ट्रेनें विभिन्न राज्यों से झारखंड आई हैं और 84 ट्रेनें आगे के लिए निर्धारित हैं। अभी तक 1 लाख 38 हजार 564 प्रवासी मजदूर श्रमिक एक्सप्रेस विशेष ट्रेन के माध्यम से राज्य में वापस आ चुके हैं। आपदा प्रबंधन विभाग के सचिव अमिताभ कौशल ने कहा कि वर्तमान में होम क्वारंटाईन में 1 लाख 57 हजार 941 लोगों को रखा गया है जबकि सरकारी क्वारंटाईन सेंटर में 1 लाख 12 हजार 189 लोगों को रखा गया है। उन्होंने कहा कि आपदा विभाग की ओर से अब तक 74 करोड़ 53 लाख 28 हजार रूपये की राशि विभिन्न जिलों एवं विभागों को कोविड से संबंधित मामलों के निष्पादन के लिये आवंटित की गयी है।
स्वास्थ्य विभाग के सचिव डॉ.नितिन मदन कुलकर्णी ने कहा कि राज्य में आज पांच और संक्रमितों के पाये जाने के बाद अभी तक 308 लोग कोविड-19 के टेस्ट में संक्रमित पाए गए हैं जिनमें 136 लोग ठीक होकर डिस्चार्ज किए जा चुके हैं, तीन की मृत्यु हो गई है जबकि अभी कुल 169 मरीजों का इलाज चल रहा है। सरकार की ओर से अब तक राज्य में 42 हजार 245 टेस्ट किये गये हैं। उन्होनें कहा कि खूंटी, पाकुड़ और साहेबगंज में एक भी कोविड-19 का पॉजिटिव केस नहीं आया है। उन्होंने बताया कि राज्य में 19 हजार 686 प्रवासी मजदूरों के भी टेस्ट लिये गये हैं। राज्य में रिकवरी रेट 44.2 प्रतिशत है जो कई अन्य राज्यों से बेहतर है।