झारखंड की भाजपा सरकार ने आतंकी संगठन, इस्लामिक स्टेट (आईएस) से कथित संबंधों के कराण पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) नामक दल पर प्रतिबंध लगा दिया है। एक सरकारी बयान में मंगलवार को कहा गया, "आपराधिक कानून संशोधन अधिनियम 1908 के तहत राज्य ने झारखंड में सक्रिय पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया पर प्रतिबंध लगा दिया है। गृह विभाग ने इस प्रतिबंध की संस्तुति की थी।" पीएफआई मूल रूप से दक्षिण भारत में सक्रिय है हालांकि इसका मुख्यालय दिल्ली में स्थित है। इस संगठन को कट्टरपंथी विचार का माना जाता है। 2006 में शुरू हुए इस संगठन पर कई तरह के गंभीर आरोप लगते रहे हैं।
केरल में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यकर्ताओं की हत्या में भी इस संगठन का नाम आता रहा है। इसके अलावा फिरौती, मर्डर, हाथियार चलाने के ट्रेनिंग कैंप, साल 2012 में नॉर्थ-ईस्ट के नागरिकों के खिलाफ घृणा फैलाने वाले एसएमएस कैंपन चलाने के आरोप भी इस संगठन पर लगते रहे हैं। पीएफआई फरार इस्लामी उपदेशक जाकिर नाईक के समर्थन में कई बार जुलूस निकाल चुका है। झारखंड सरकार द्वारा जारी किए गए बयान में कहा गया है, "पीएफआई पाकुड़ जिले में काफी सक्रिय है। केरल में गठित पीएफआई के सदस्य आईएस से प्रभावित हैं। गृह विभाग की रपट के मुताबिक, पीएफआई के कुछ सदस्य केरल से सीरिया गए थे और आईएस के लिए काम किया था।"