नयी दिल्ली/मुंबई। जेट एयरवेज के संस्थापक नरेश गोयल को शुक्रवार को गृह मंत्रालय की ओर से जारी लुकआउट नोटिस के कारण विदेश के लिये उड़ान भरने से ठीक पहले मुंबई हवाई अड्डे पर रोक लिया गया। नयी दिल्ली में गृह मंत्रालय (Ministry of Home Affairs) के एक अधिकारी ने बताया कि गोयल को विदेश जाने से रोकने के लिए लुकआउट नोटिस जारी किया गया है।
इमिग्रेशन अधिकारियों (Bureau Of Immigration) के मुताबिक नरेश गोयल के खिलाफ गृह मंत्रालय की तरफ से लुकआउट सर्कुलर जारी किया गया था जिसकी वजह से उन्हे विदेश जाने से मुंबई एयरपोर्ट पर रोका गया। हालांकि इमिग्रेशन डिपार्टमेंट के अधिकारियों ने घंटों पूछताछ के बाद देर रात नरेश गोयल व उनकी पत्नी अनीता गोयल को छोड़ दिया। मुंबई पुलिस कमिश्नर ने जिसकी पुष्टि की है। बता दें कि, मुंबई एयर पोर्ट पर इमिग्रेशन डिपार्टमेंट के अधिकारियों ने नरेश गोयल को मुंबई एयरपोर्ट पर उस समय रोका था जब वह लंदन जाने के लिए फ्लाइट पकड़ रहे थे।
जेट एयरवेज पर 11000 करोड़ रुपए का कर्ज है, जिसकी वजह से कंपनी में आर्थिक संकट पैदा हुआ था। हालत ये हो गए थे कि कर्मचारियों को सैलरी भी नहीं दी जा रही थी जिसके बाद 17 अप्रैल को कंपनी जेट एयरवेज की उड़ानों को बंद कर दिया था।
चार बड़े सूटकेस के साथ पत्नी संग जा रहे थे विदेश
जेट एयरवेज के पूर्व चेयरमैन नरेश गोयल विदेश जाने की फिराक में थे लेकिन ऐन वक्त पर मुंबई एयरपोर्ट पर जहाज से उतारकर इमिग्रेशन विभाग के अधिकारियों उन्हें हिरासत में ले लिया। रिपोर्ट के मुताबिक, नरेश गोयल और उनकी पत्नी अनीता गोयल एमिरेट्स एयरलाइंस की फ्लाइट ईके 507 से विदेश जा रहे थे। ये दोनों फ्लाइट में बैठ चुके थे, इनका विमान टेक ऑफ के लिए तैयार था, तभी इस फ्लाइट को रोका गया और इन्हें कस्टडी में ले लिया गया और देश छोड़ने से रोक दिया गया। जेट एयरवेज के एक सूत्र ने बताया कि दोनों चार बड़े सूटकेस के साथ यात्रा कर रहे थे। उसने कहा कि सारे सूटकेस अनीता गोयल के नाम से थे। ये सूटकेस भी विमान से उतार लिए गए, जिससे उड़ान में एक घंटे से अधिक की देरी हुई।
नरेश गोयल के साथ कुछ ऐसा रहा घटनाक्रम
- शनिवार दोपहर एमिरेट्स एयरलाइंस की फ्लाइट में नरेश गोयल पत्नी अनिता गोयल संग सवार हो चुके थे
- शनिवार दोपहर साढ़े तीन बजे विमान उड़ने वाला था तभी विमान को रोका गया
- 4 बड़े सूटकेस जो अनीता गोयल के नाम थे बुक समेत इमिग्रेशन विभाग अधिकारियों ने जहाज से उतार लिया
- इमिग्रेशन विभाग के अधिकारियों ने विमान को रोककर नरेश गोयल को हिरासत में ले लिया, जिसके कारण फ्लाइट 1 घंटा 25 मिनट लेट हो गई
- नरेश गोयल के साथ उनकी पत्नी को भी हिरासत में लिया गया है
उड़ान दोपहर तीन बजकर 35 मिनट पर रवाना होनी थी। दोनों को उतारने के बाद विमान ने शाम पांच बजे के बाद उड़ान भरी। नरेश गोयल से इस बारे में प्रतिक्रिया के लिए संपर्क नहीं किया जा सका है। एमिरेट्स एयरलाइंस (Emirates airline) की प्रतिक्रिया का इंतजार किया जा रहा है। सूत्रों के अनुसार, नरेश गोयल बंद हो चुकी कंपनी जेट एयरवेज के बारे में विमानन कंपनी एतिहाद और हिंदुजा समूह के कार्यकारियों के साथ बैठक करने के लिए जा रहे थे।
जेट एयरवेज का परिचालन नकदी संकट के कारण 17 अप्रैल से बंद है। पिछले सप्ताह हिंदुजा समूह ने कहा था कि वह जेट एयरवेज में निवेश करने के अवसर का मूल्यांकन कर रही है। पिछले महीने जेट एयरवेज के अधिकारी एवं कर्मचारी संघ के अध्यक्ष किरण पावसकर ने मुंबई पुलिस आयुक्त को चिट्ठी लिखी थी। कई महीनों से कर्मचारियों का वेतन नहीं देने के लिए गोयल, अन्य निदेशकों और जेट एयरवेज प्रबंधन के वरिष्ठ अधिकारियों के पासपोर्ट जब्त करने का आग्रह किया गया था। नरेश गोयल और उनकी पत्नी अनीता गोयल ने मार्च में जेट एयरवेज के निदेशक मंडल से इस्तीफा दे दिया था। नरेश गोयल ने 26 साल पहले जेट एयरवेज की स्थापना की थी।
बता दें कि, जेट एयरवेज संकट मामले में दो जांच एजेंसियां नरेश गोयल की भूमिका की जांच कर रही है। ये एजेंसियां सीरियस फ्रॉड इंवेस्टिगेशन ऑफिस (SFIO) और प्रवर्तन निदेशालय (ED) हैं। हाल ही में जेट एयरवेज में सैलरी संकट पैदा हुआ है। इसके बाद इस कंपनी की उड़ानें बंद कर दी गईं और कंपनी के कई टॉप अधिकारी इस्तीफा दे चुके हैं।
जेट एयरवेज पर 11 हजार करोड़ का बकाया
बता दें कि इस समय जेट एयरवेज पर 11000 करोड़ रुपए का कर्ज है। जिसमें कर्मचारियों के तनख्वाह बैंकों, लेनदारों, पायलटों, सप्लायर्स और तेल कंपनियों की देनदारी शामिल है। पिछले कई महीनों से जेट एयरवेज नगदी के संकट से जूझ रही है। कंपनी के कई कर्मचारियों को चार से पांच महीने की सैलरी नहीं मिली है। कंपनी के अधिकारी अपने स्टाफ को दिलासा देते रहे कि बैंक से पैसे मिलने के बाद उनका भुगतान किया जाएगा, लेकिन न तो कंपनी को पैसे मिले और न ही स्टाफ को सैलरी। इसके बाद 17 अप्रैल से जेट के विमानों का संचालन ही बंद हो गया।
जानिए क्या होता है लुक आउट नोटिस
लुक आऊट नोटिस (lookout notice) एक इंटरनल सर्कुलर की तरह होता है जिसमें जांच एजेंसी को किसी शख्स के बारे में जैसी जानकारी चाहिए होती है उस हिसाब से जारी किया जाता है इसमें उसे रोकने से लेकर गिरफ्तारी तक शामिल है। लुकआउट नोटिस सीधे एयरपोर्ट इमीग्रेशन विभाग को भेजा जाता है और उसमें जिस शख्स को रोका जाना होता है उसके बारे में जानकारी देते हुए निर्देश दिए जाते हैं। जैसे-
- एयरपोर्ट के भीतर घुसने से रोक दिया जाए, विमान में ना चढ़ने दें
- शख्स के आने पर सूचना दें
- चुपके से जानकारी दें
- हिरासत में ले लें ताकि भागने ना पाए
- इमीग्रेशन विभाग आईबी यानि इंटेलीजेंस ब्यूरो के अधीन आता है।