रविवार को इंडिया टीवी के 'जीतेगा इंडिया, हारेगा कोरोना' कॉन्क्लेव में म्यूकोर माइकोसिस आंखों पर ये किस तरह से हमला कर रहा है, इस पर एम्स के पूर्व निदेशक डॉक्टर एमसी मिश्रा, मेदांता अस्पताल के डॉक्टर अरविंदर, एम्स के प्रोफसर डॉ. अतुल कुमार ने चर्चा की। इन्होंने इस ब्लैक फंगस से जुड़े कई सवालों के जवाब दिए। यहां जानिए डॉक्टर्स ने क्या बताया
देश में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के बीच आशा की नई किरण बनकर सामने आई रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) की कोरोना रोधी दवा (anti-COVID drug)को लेकर DRDO ने बड़ी घोषणा की है। DRDO चीफ जी सतीश रेड्डी ने इंडिया टीवी को दिए एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में बताया की मंगलवार 11 मई या 12 मई से उनकी तैयार की हुई anti-COVID drug दवा की कम से कम 10 हजार डोज मार्केट में आ सकती है। इस दवा के लिए DRDO ने फार्मा कंपनी डॉ रेड्डी के साथ करार किया है।
लेफ्टिनेंट जनरल माधुरी कनितकर ने बताया कि सेना की तरफ से सामान्य नागरिकों के लिए भी काफी संख्या में अस्पताल खोले गए हैं जो पूरी तरह से सिविल कोविड मरीजों का उपचार कर रहे हैं, उन्होने बताया कि दिल्ली में सरदार वल्लभ भाई पटेल अस्पताल में सभी 500 बेड ऑक्सीजन और आईसीयू सुविधा से युक्त हैं और पूरी तरह से सेना उसका संचालन कर रही है, इसी तरह लखनऊ में 400 बिस्तर का असप्ताल और अहमदाबाद में 600 बिस्तर का अस्पताल सेना की देखरेख में चल रहा है।
इंडिया टीवी को दिए एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में लेफ्टिनेंट जनरल माधुरी कनितकर ने बताया कि सेना के लगभग 98-99 प्रतिशत जवान और अधिकारी वैक्सिनेट हो चुके हैं और अधिकतर को वैक्सीन की दोनो डोज लिए हुए 2 हफ्ते से ज्यादा का समय बीत चुका है जिस वजह से सैनिकों के अंदर संक्रमण बहुत कम है और अगर कोई सैनिक संक्रमित हुआ भी है तो उसमें हल्के लक्ष्ण आए हैं और वह आसानी से रिकवर हो गया है।