मालदा (पश्चिम बंगाल): मालदा में इंडो-बांग्ला बॉर्डर पर हथियारों से लैस पशु तस्करों ने BSF के गश्ती दल पर हमला कर दिया। हमले में एक जवान घायल हो गया। जबकि, BSF जवानों की जवाबी कार्रवाई में एक बांग्लादेशी नागरिक की मौत हो गई। अधिकारियों ने कहा कि तस्करों और BSF के गश्ती दल की मुठभेड़ 7-8 जुलाई की रात में हुई। दरअसल, गश्त के दौरान BSF के दल को बॉर्डर के दोनों ओर करीब 50-60 पशु तस्करों की मौजूदी का अहसास हुआ था।
जवानों को आता देख तस्करों ने हमला कर दिया। अधिकारी ने बताया कि BSF ने सेल्फ डिफेंस में तस्करों पर फायरिंग की। पहले हमलावरों को तितर-बितर करने के लिए BSF ने गैर-घातक गोलियों के दो राउंड फायर किए लेकिन तस्करों ने 24वीं बटालियन के कांस्टेबल जिया-उल हक को एक 'डीएएच', एक बड़े क्लीवर-आकार के हथियार के साथ मारा, जिससे वह घायल हो गया।
उन्होंने बताया कि जिया-उल हक को बांह और पीठ पर गंभीर चोटें लगी थीं, जिससे उन्हें काफी खून की कमी हो गई थी। जिसके बाद हालातों को बिगड़ता देख BSF यूनिट कमांडर ने इंसास रायफल से फायरिंग के आदेश दिए। इस दौरान एक बांग्लादेशी शख्स की फायरिंग में मौत हो गई।
तस्करों द्वारा बीएसएफ कर्मियों पर घातक हमला चिंता का एक निरंतर कारण रहा है और बल ने इसे अपने बांग्लादेशी समकक्ष के साथ कई बार उठाया है। बीएसएफ ने सरकार के निर्देश पर इस सीमा पर घातक कैजुअल्टीज को कम करने के लिए 2011 में गैर-घातक हथियारों के इस्तेमाल की पहल की थी। लेकिन, तस्करों ने इसका गलत फायदा उठाया।