बेंगलुरु: तीन दिन तक गायब रहने के बाद कर्नाटक के पूर्व मंत्री एवं खनन उद्योगपति जी. जर्नादन रेड्डी शनिवार को पोंजी घोटाले के सिलसिले में यहां पुलिस के सामने पेश हुए और उन्होंने आरोपों को ‘राजनीतिक साजिश’ करार देकर उनसे इनकार किया। पुलिस के हिसाब से फरार चल रहे रेड्डी अपने वकीलों के साथ कार से केंद्रीय अपराध शाखा कार्यायल पहुंचे। इससे पहले उन्होंने किसी अज्ञात स्थान से वीडियो जारी कर कहा था कि वह केंद्रीय अपराध शाखा के सामने पेश होंगे।
केंद्रीय अपराध शाखा कार्यालय पहुंचने के बाद रेड्डी ने दावा किया कि यह एक ‘‘राजनीतिक साजिश’’ है और उन्हें पुलिस पर विश्वास है। इससे पहले अपने वीडियो संदेश में रेड्डी ने कहा था कि वह भाग नहीं रहे हैं और शहर में ही हैं। उन्हें भागने की कोई जरुरत भी नहीं है। टेलीविजन चैनलों पर प्रसारित संदेश में उन्होंने कहा था, ‘‘मैंने कुछ भी गलत नहीं किया है। पुलिस के पास यह साबित करने के लिए एक भी सबूत नहीं है कि मैं गलत हूं। वह मीडिया को गुमराह कर रही है।’’
कर्नाटक की पिछली भारतीय जनता पार्टी सरकार में मंत्री रहे रेड्डी ने कहा था कि उन्हें कभी घबराहट नहीं हुई क्योंकि उनका नाम न तो प्राथमिकी में है और न ही उन्हें कोई नोटिस भेजा गया है। उन्होंने कहा था, ‘‘अब पुलिस द्वारा नोटिस जारी किया गया तो मैंने आज ही केंद्रीय अपराध शाखा के सामने पेश होने का फैसला किया लेकिन नोटिस में कहा गया है कि मैं रविवार को पेश होऊं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘लोगों को सच्चाई से वाकिफ कराने के लिए मैंने यह वीडियो सार्वजनिक करने का फैसला किया। मुझे पुलिस पर विश्वास है और यकीन करता हूं कि वह किसी राजनीतिक दबाव में नहीं आएगी।’’
केंद्रीय अपराध शाखा (सीसीबी) पुलिस ने करोड़ों रुपये के लेन-देन के संबंध में बुधवार से उनके विरुद्ध तलाशी अभियान शुरु किया था। यह विनिमय कथित रुप से पोंजी घोटाले से जुड़ा है। सीसीबी रेड्डी के करीबी सहयोगी अली खान को ढूंढने में जुटी है जिसने उन्हें प्रवर्तन निदेशालय की जांच से उबारने के लिए अंबीडैंट मार्केटिंग प्राइवेट लिमिटेड के सैयद अहमद फरीद के साथ कथित रुप से 20 करोड़ रुपये में सौदा किया था। अंबीडैंट मार्केटिंग प्राइवेट लिमिटेड पोंजी घोटाले में आरोपी है। बेंगलुरु के पुलिस आयुक्त टी सुनील कुमार ने बुधवार को कहा था कि रेड्डी फरार चल रहे हैं और पुलिस इस मामले में पूछताछ के लिए उन्हें ढूंढने में जुटी है।