बनिहाल/जम्मू। भीषण भूस्खलन के कारण तीन दिन तक जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर यातायात बाधित रहने के बाद रविवार दोपहर को इसे फिर से वाहनों की आवाजाही के लिये खोल दिया गया, जिससे 4,500 से अधिक वाहन आगे के लिए रवाना हुए। इनमें से अधिकतर वाहन सेब से लदे ट्रक हैं।
यातायात विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि 270 किलोमीटर लंबा राजमार्ग देश के बाकी हिस्सों को कश्मीर से जोड़ने का एकमात्र जरिया है। भूस्खलन के कारण राजमार्ग पर डिगडोल के पास जमा मलबा शनिवार दिन में करीब तीन बजे साफ करा दिया गया।
हालांकि बारिश के चलते राजमार्ग पर रुक-रुक गिरते चट्टानों के कारण डिगडोल, मरूग और पंथियाल में कई जगहों पर यातायात का मुक्त प्रवाह बाधित है। मौसम में सुधार के साथ दोनों ओर से हल्के मोटर वाहनों को जाने की अनुमति दे दी गयी, जबकि जम्मू जाने वाले ट्रकों को प्राथमिकता दी जा रही है जिनमें कश्मीरी सेब लदे हुए हैं।
अधिकारी ने बताया, ‘‘कश्मीर का द्वार माने जाने वाले जवाहर सुरंग से अब तक 3,700 से अधिक ट्रक और 800 हल्के मोटर वाहन गुजर चुके हैं।’’ अधिकारी ने कहा कि राजमार्ग पर विभिन्न जगहों पर फंसे कश्मीर जाने वाले वाहनों को भी दिन के आखिर में अपने-अपने गंतव्य के लिये आगे बढ़ने की अनुमति मिलने की संभावना है। इस बीच रविवार को 12वें दिन भी मुगल रोड बंद रहा। यह सड़क जम्मू क्षेत्र में पुंछ एवं राजौरी जिलों को दक्षिण कश्मीर में शोपियां जिले को जोड़ता है।