बनिहाल/जम्मू। कश्मीर को देश के शेष हिस्से से जोड़ने वाला जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग रविवार को लगातार पांचवें दिन बंद रहा। विभिन्न स्थानों पर ताजा भूस्खलनों से मरम्मत का काम बाधित हुआ। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि राजमार्ग पर मलबा हटाने के अभियान की समीक्षा के बाद राजमार्ग पर यातायात की अनुमति देने पर फैसला लिया जाएगा।
भारी हिमपात और मूसलाधार बारिश के बाद बुधवार को राजमार्ग पर यातायात बंद कर दिया गया था। हिमपात और बारिश से विभिन्न स्थानों खासतौर से जवाहर सुरंग समेत काजीगुंड-बनिहाल-रामबन के बीच हिमस्खलन तथा भूस्खलन हुआ। रामबन के पुलिस उपाधीक्षक (यातायात) सुरेश शर्मा ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘‘शनिवार को जबरदस्त ठंड और लगातार चट्टानों के पत्थर गिरने के बावजूद भूस्खलन का मलबा हटा दिया गया लेकिन रातभर केला मोड़, बैटरी चश्मा, दिगडोले, पंथियाल और खूनी नाला में ताजा भूस्खलनों से एक बार फिर सड़क मार्ग अवरुद्ध हो गया।’’
उन्होंने बताया कि पंथियाल में लगातार चट्टानों से पत्थर गिरने और हिमपात वाले इलाकों में ठंड सफाई अभियान में जुटी एजेंसियों के लिए बड़ी चुनौती है।
उन्होंने कहा, ‘‘कर्मचारी और तंत्र काम पर है और अगर कोई भूस्खलन नहीं होता है तो रामबन से बनिहाल तक राजमार्ग को दोपहर तक यातायात के लिए साफ कर दिया जाएगा।’’ भूस्खलन प्रभावित इलाकों का निरीक्षण करने वाले शर्मा ने बताया कि जवाहर सुरंग समेत इलाकों में बर्फ हटाने का अभियान लगभग पूरा हो गया है।
राजमार्ग बंद होने के मद्देनजर भारतीय वायु सेना ने सी17 ग्लोबमास्टर की विशेष उड़ानें शुरू की और जम्मू तथा श्रीनगर के बीच शुक्रवार और शनिवार को ग्रेजुएट एप्टीट्यूड टेस्ट इन इंजीनियरिंग (गेट) के 319 अभ्यर्थियों समेत 538 लोगों को निकाला। इस बीच, जम्मू में न्यूनतम तापमान थोड़ा बढ़ा हालांकि क्षेत्र के हिमपात वाले इलाकों में तापमान अब भी शून्य से कम है।
मौसम विभाग के एक प्रवक्ता ने बताया कि जम्मू शहर में रात का तापमान तीन डिग्री तक बढ़कर 7.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। राजमार्ग पर बनिहाल और बटोत में न्यूनतम तापमान क्रमश: शून्य से कम 1.0 और 0.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। प्रवक्ता ने बताया कि रियासी जिले में प्रसिद्ध वैष्णो देवी मंदिर के आधार शिविर कटरा में न्यूनतम तापमान 6.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।