श्रीनगर। अलकायदा से संबद्ध एक संगठन से जुड़े आतंकवादी जाकिर मूसा के मुठभेड़ में मारे जाने के बाद कश्मीर घाटी में दो दिन पहले लगाई गई निषेधाज्ञा को हटा लिया गया है जिसके बाद वहां जन जीवन सामान्य हो गया है। अधिकारियों ने बताया कि रविवार को कश्मीर घाटी के किसी भी हिस्से में किसी प्रकार की पाबंदी नहीं है।
एक अधिकारी ने बताया,‘‘घाटी में जन जीवन सामान्य हो गया है क्योंकि रविवार को कोई हड़ताल नहीं है और कहीं भी प्रतिबंध नहीं लगाए गए हैं।’’ उन्होंने बताया कि दुकानें, पेट्रोल पंप तथा अन्य प्रतिष्ठान रविवार को सुबह खुल गए और सार्वजनिक परिवहन सामान्य रूप से चल रहे हैं।
गौरतलब है कि कानून व्यवस्था बिगड़ने के भय से अधिकारियों ने शुक्रवार को कश्मीर घाटी के कुछ हिस्सों में कर्फ्यू लगा दिया था। यह कर्फ्यू शनिवार को भी जारी रहा क्योंकि अलगाववादी संगठन हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के कट्टरपंथी धड़े के नेता सैय्यद अली शाह गिलानी ने मूसा के मुठभेड़ में मारे जाने तथा एक आम नागरिक जहूर अहमद की अज्ञात बंदूकधारियों द्वारा हत्या किए जाने के विरोध में शनिवार को हड़ताल आहूत की थी।
बृहस्पतिवार रात से पूरी घाटी में मोबाइल इंटरनेट सेवाएं निलंबित कर दी गईं थीं। अलकायदा से संबद्ध एक संगठन अंसार गज़वत उल हिंद का कथित प्रमुख मूसा शुक्रवार को दक्षिण कश्मीर के पुलवामा जिले में त्राल के ददसारा गांव में सुरक्षा बलों के साथ एक मुठभेड़ में मारा गया था। घाटी के विभिन्न हिस्सों कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए शुक्रवार को ही प्रशासन ने कर्फ्यू लगा दिया था जो शनिवार तक जारी था। इससे पहले बृहस्पतिवार को अज्ञात बंदूकधारियों ने नायरा पुलवामा निवासी जहूर अहमद की हत्या कर दी थी।