जम्मू। जम्मू-कश्मीर राष्ट्रीय राजमार्ग गुरुवार को चौथे दिन भी बंद रहा जहां ताजा भूस्खलन की घटनाएं हुई हैं। राजमार्ग बंद होने से सात हजार से ज्यादा वाहन फंसे हैं। पुलिस के एक अधिकारी ने पीटीआई-भाषा को बताया कि रामवन जिले में भूस्खलन की पांच घटनाएं हुई हैं। बुधवार और गुरुवार की दरमियानी रात डिगडोल, मंकीमोड़, मोउमपासी, पंथियाल और चंद्रकोट में भूस्खलन की घटनाएं हुईं।
राजमार्ग साफ करने के प्रयास किए जा रहे हैं, लेकिन लगातार भूस्खलन होने और चट्टान गिरने से यातायात बहाल करने में परेशानी आ रही है। राजमार्ग के कश्मीर वाले हिस्से में बर्फबारी के चलते यह मार्ग रविवार से ही बंद है। मार्ग बंद होने से सात हजार से ज्यादा वाहन फंसे हुए हैं।
लगातार चौथे दिन भी राजमार्ग बंद होने पर ट्रक चालकों ने कहा कि उनके पास अब भोजन खरीदने के लिए रुपये नहीं हैं, इसलिए सरकार को उनकी सहायता करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकार ने सामुदायिक रसोई की कोई व्यवस्था नहीं की है। चालकों ने सरकार से जल्द से जल्द मार्ग खोलने की अपील की, ताकि वे जम्मू की तरफ जा सकें। ये चालक पिछले पांच-छह दिन से कश्मीर वाले हिस्से में फंसे हैं।
खराब मौसम के कारण श्रीनगर हवाई अड्डे पर 15 उड़ानें रद्द
श्रीनगर हवाई अड्डे पर बर्फ जमने और दृश्यता में कमी के चलते गुरुवार की सुबह 15 उड़ानें रद्द कर दी गयीं। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। घाटी के अधिकांश क्षेत्रों में पूरी रात बर्फबारी होती रही। हवाई अड्डे के एक अधिकारी ने यहां बताया कि गुरुवार को हवाई यातायात प्रभावित रहा और सुबह विमानों का परिचालन नहीं हो सका। उन्होंने कहा कि रनवे पर जमी बर्फ और दृश्यता में कमी के कारण श्रीनगर जाने और आने वाली, विभिन्न विमानन कंपनियों के 15 विमान की उड़ानें रद्द कर दी गयीं।
हालांकि अधिकारी ने कहा कि अन्य उड़ानों को तैयार रखा गया है क्योंकि दिन में मौसम सुधरने की उम्मीद है। पिछले कुछ दिन से हवाई अड्डे पर विमानों का परिचालन प्रभावित हुआ है। बारह और तेरह जनवरी को सभी उड़ानें रद्द कर दी गयी थीं लेकिन चौदह जनवरी को कुछ विमानों ने उड़ान भरी थी। बहरहाल, लगातार हिमपात से बुधवार को विमानों का परिचालन नहीं हो सका था।