नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने अपनी बेटी इल्तिजा के जरिए केंद्रीय गृह सचिव और जम्मू-कश्मीर के सचिव 3 दिन के अंदर उन सभी हालातों की जानकारी देने की मांग की है जो जम्मू-कश्मीर में धारा 370 हटने के बाद बने हैं। इल्तिजा ने अपनी मां महबूबा मुफ्ती के ट्विटर हेंडल पर उस लेटर की कॉपी शेयर की जो लेटर केंद्रीय गृह सचिव और जम्मू-कश्मीर के सचिव को भेजा गया है। इल्तिजा ने लिखा है कि वह अपनी मां के कहने पर यह ट्वीट कर रही हैं।
हालांकि अपनी बेटी इल्तिजा के जरिए महबूबा मुफ्ती ने जो जानकारी मांगी है उसे यही लग रहा है कि महबूबा मुफ्ती को जम्मू-कश्मीर के बेहतर होते हालात की जरा भी जानकारी नहीं है और उन्हें अभी भी लग रहा है कि राज्य में हालात बिगड़े हुए हैं। इल्तिजा ने कहा है कि उन्होंने 5 सितंबर को अपनी मां से मुलाकात की है और उनकी मां उन्हें ऐसा करने के लिए कहा है। महबूबा मुफ्ती के ट्विटर हेंडल पर शेयर किए गए लेटर में इल्तिजा ने कई मांगे रखी हैं और 3 दिन के भीतर सारी जानकारी देने के लिए कहा है।
सबसे पहले 5 अगस्त के बाद जम्मू-कश्मीर में हिरासत में लिए या गिरफ्तार किए गए राज्य के निवासियों की के आंकड़े का ब्यौरा देने के लिए कहा है और उन सभी लोगों की मौजूदा हालत के बारे में जानकारी देने के लिए भी कहा गया है। 5 अगस्त के बाद हिरासत में लिए गए या गिरफ्तार किए गए या नजरबंद किए गए 18 वर्ष से कम आयूवर्ग के बच्चे, 12-15 वर्ष की आयूवर्ग के बच्चे, या 12 वर्ष से कम आयू के बच्चों तथा महिलाओं की जानकारी देने की मांग भी रखी गई है।
महबूबा मुफ्ती ने उन सभी लोगों के आंकड़े भी मांगे हैं जिनको हिरासत में लेकर या उनपर ट्रायल चलाकर राज्य से बाहर की जेलों में बंद किया गया है। महबूबा मुफ्ती ने ऐसे लोगों के आंकड़े की भी मांग रखी है जिनकी 5 अगस्त के बाद हिरासत या गिरफ्तारी या फिर नजरबंदी में मौत हुई है। ऐसे लोगों के आंकड़ा भी मांगा गया है जिनको पब्लिक सेफ्टी एक्ट के तहत पकड़ा गया है और ऐसे लोगों में खास तौर पर छोटे बच्चों और महिलाओं के आंकड़े की जानकारी देने के लिए पूछा गया है। महबूबा मुफ्ती ने हिरासत में लिए ऐसे लोगों के आंकड़े भी मांगे हैं जिन्होंने अभी तक अपने नजदीकी रिश्तेदारों से मुलाकात नहीं की है।