जम्मू. शनिवार का दिन जम्मू-कश्मीर में लंबे समय से रह रहे शरणार्थियों के लिए आशा की चमक लेकर आया। दरअसल शरणार्थी के तौर पर रह रहे इन लोगों को शनिवार को सरकार की तरफ से domicile certificates बांटे गए। जिन लोगों को domicile certificates बांटे गए उनमें पश्चिमी पाकिस्तान से आए शरणार्थी, वाल्मिकी समाज, गोरखा सहित कई समुदाय के लोग शामिल हैं।
जम्मू-कश्मीर भाजपा ने इसे ऐतिहासिक बताया है। भाजपा जम्मू-कश्मीर ने ट्वीट कर कहा, "सरकार ने रचा इतिहास! 70 सालों की गुलामी के बाद पश्चिम पाकिस्तान से जम्मू आए रिफ्यूजियों को मिली नागरिकता। मोदी सरकार द्वारा धारा 370 को तोड़ने के बाद ही मिला इन्साफ।"