जम्मू। जम्मू-कश्मीर में नगरोटा के पास बन टोल नाका पर गुरुवार सुबह सुरक्षाबलों ने जिस ऑपरेशन में 4 आतंकवादियों को मार गिराया है, उस ऑपरेशन से आतंक की कोई बड़ी साजिश फेल हुई है। जम्मू के आईजी मुकेश सिंह ने बताया कि आतंकवादियों से जिस तरह के हथियार बरामद हुए हैं उसे देखते हुए लग रहा है कि वे किसी बड़ी साजिश को अंजाम देने के लिए घुसपैठ करके भारतीय सीमा में दाखिल हुए थे। उन्होंने बताया कि आतंकवादियों से जिस तरह के हथियार बरामद हुए हैं उन्हें देखते हुए लग रहा है कि आतंकियों का नाता आतंकी संगठन जैश ए मोहम्मद के साथ था।
आईजी जम्मू मुकेश सिंह ने बताया कि सुरक्षाबलों के ज्वाइंट ऑपरेशन में 4 आतंकवादी मारे गए हैं जिनकी पहचान होना बाकी है, उन्होंने बताया कि आतंकवादियों के पास से 11 एके 47 राइफलें, 3 पिस्टल, 29 ग्रेनेड( फायर करने से बचे हुए), 6 यूबीजीएल ग्रेनेड, मोबाइल फोन, कंपस, और अन्य कई सारे डिवाइस तथा पिट्ठू बैग बरामद हुए हैं। हथियारों के इतने बड़े जखीरे से आतंकवादी किसी बड़ी आतंकी घटना को अंजाम दे सकते थे।
आईजी जम्मू मुकेश सिंह ने बताया कि जम्मू-कश्मीर में जब से डीडीसी चुनाव प्रक्रिया शुरू हुई है, उसको लेकर इंटेलिजेंस इनपुट थे कि कुछ घुसपैठ संभावित है और आतंकी भारी हथियार लेकर घुपपैठ की कोशिश में हैं। उन्होंने बताया कि पिछले 2-3 वारदातों के बाद सभी नाकों को अलर्ट कर दिया था और बता दिया था कि सभी नाकों को पर्याप्त मात्रा में सुरक्षा बल तैनात रहे।
आईजी मुकेश सिंह के मुताबिक गुरुवार सुबह 5 बजे जब चेकिंग चल रही थी और एक ट्रक को रोका गया, जब ड्राइवर को उतारा गया तो वह वहां से फरार हो गया, शक होने पर ट्रक की तलाशी ली गई और तलाशी के दौरान पुलिस और सीआरपीएफ की पार्टी पर फायर आया और जवाबी कार्रवाई शुरू की गई। उन्होंने बताया कि एनकाउंटर करीब 3 घंटे तक चला जिसमें आतंकवादियों ने भारी मात्रा में सुरक्षाबलों पर ग्रेनेड और अन्य एम्युनेशन फायर किए गए। इस ऑपरेशन में 2 पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं जो फिलहाल खतरे से बाहर हैं।
आईजी मुकेश सिंह के मुताबिक आतंकवादियों से जो हथियार जो बरामद हुए हैं वह पिछले कुछ सालों में सबसे बड़ी खेप है, हर आतंकवादी के पास 3 बड़े और एक छोटा हथियार था जो अपने आप में आज तक का सबसे पहला वाकया है।