नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर से पकड़े गए लश्कर के एक आतंकी ने एक बार फिर से घाटी में पाकिस्तान की साजिशों की पोल खोल कर रख दी है। बारामूला से सुरक्षा बलों के हत्थे चढ़े इस आतंकी ने कबूल किया है कि पाकिस्तान में बैठे हाफिज सईद जैसे आकाओं के बहकावे में आकर उसने अपनी जिंदगी खराब कर ली। अब यही आतंकी कश्मीर के नौजवानों से आतंक का रास्ता छोड़ घर लौटने की अपील कर रहा है। ये लश्कर का वो आतंकी है जिसे बुधवार को सुरक्षाबलों ने बारामूला में सर्च ऑपरेशन के बाद गिरफ्तार किया था। इसे इसके तीन दूसरे साथियों के साथ गिरफ्तार किया गया है। इसका नाम एजाज़ गूजरी है।
पकड़े गए इस आतंकवादी ने न सिर्फ अपनी गलती मानी बल्कि उसे इस बात का पछतावा भी है कि उसने पाकिस्तान में बैठे हाफिज सईद जैसे अपने आकाओं के बहकावे में आकर सुरक्षाबलों पर हमले किए। बारामूला से हथियारों के जखीरे के साथ पकड़े गए हाफिज के इस गुर्गे ने जम्मू-कश्मीर के नौजवानों से अपील की है कि वो हाफिज सईद जैसे धोखेबाजों की साजिश में न फंसे।
एजाज गूजरी ने कहा कि उसने सिक्युरिटी फोर्सेज पर फायरिंग की थी लेकिन सेना के जवानों ने उसे गोली नहीं मारी। जवान चाहते तो उसे गोली मार सकते थे लेकिन उन्होंने उसे गिरफ्तार किया और एक बार फिर से जिंदगी जीने का मौका दिया है। एजाज़ ने अपने दूसरे साथियों से अपील की कि वो आतंक का रास्ता छोड़कर अपने-अपने घर लौट आएं।
बता दें कि जम्मू-कश्मीर में बुधवार को सुरक्षाबलों को तब बड़ी कामयाबी मिली जब सर्च ऑपरेशन के दौरान उन चार आतंकवादियों को पकड़ लिया गया जिन्होंने 30 अप्रैल को तीन बेगुनाह कश्मीरियों की हत्या कर दी थी। चारो दहशतगर्द लश्कर-ए-तैयबा के एक्टिव मेंबर हैं। आतंकवादियों के साथ इनका एक हैंडलर भी पकड़ा गया है जिसका नाम नदीम है लेकिन उसे ओसामा के नाम से जाना जाता था।