नई दिल्ली: जम्मू एवं कश्मीर के 87 युवा 20 जुलाई तक आतंकवादी संगठनों में शामिल हुए हैं। इनमें से 12 राज्य में राज्यपाल शासन लागू होने के बाद आतंकी बने हैं। केंद्रीय गृह राज्यमंत्री हंसराज गंगाराम अहीर ने मंगलवार को संसद में यह जानकारी दी। अहीर ने एक प्रश्न के जवाब में लोकसभा को सूचित किया कि यह 87 युवा दक्षिण कश्मीर के चार जिलों अनंतनाग (14), पुलवामा (35), शोपियां (23) और कुलगाम (15) से ताल्लुक रखते हैं।
मंत्री ने कहा, "जम्मू एवं कश्मीर में 20 जून को राज्यपाल शासन लागू होने के बाद 12 युवा लापता हो गए और बाद में आतंकी बन गए।"
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार जम्मू एवं कश्मीर में सुरक्षा हालात की लगातार समीक्षा कर रही है। आतंकी गतिविधियों को रोकने के लिए कई कदम उठाए गए हैं, जिसमें मानव खुफिया को बेहतर बनाना और तकनीकी खुफिया का प्रयोग शामिल हैं।
अहीर ने कहा, "सरकार युवाओं को मुख्यधारा में लाने के लिए रोजगार अवसर मुहैया कराने समेत अन्य नीतियों को लगातार प्रोत्साहित कर रही है।"