जम्मू शहर के बीचों-बीच स्थित भीड़-भाड़ वाले बस स्टैंड पर ग्रेनेड हमले में घायल हुए 32 वर्षीय एक व्यक्ति ने शुक्रवार को दम तोड़ दिया। इसके साथ ही हमले में मरने वालों की संख्या दो हो गई है। अधिकारियों ने बताया कि अनंतनाग जिले के मट्टन गांव के निवासी मोहम्मद रियाज ने यहां सरकारी मेडिकल कॉलेज में आज तड़के दम तोड़ दिया।
घटना के कुछ घंटो बाद ही पुलिस ने हमलावर को गिरफ्तार कर लिया था। साथ ही उन्होंने बताया था कि आतंकवादी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन ने उसे हमले को अंजाम देने को कहा था।
जम्मू के पुलिस महानिरीक्षक एम के सिन्हा ने बताया कि कुलगाम के खानपोरा-दस्सें गांव के निवासी यासिर जावेद को हिजबुल मुजाहिदीन के जिला कमांडर (कुलगाम) फारूक अहमद भट्ट उर्फ ‘उमर’ ने हमले को अंजाम देने को कहा था। उन्होंने बताया कि एक रात पहले कुलगाम से निकलने के बाद भट्ट ग्रेनेड के साथ गुरुवार सुबह जम्मू पहुंचा था। हमला करने के बाद वह मौके से फरार हो गया था लेकिन पुलिसकर्मियों ने उसे शहर की बाहरी सीमा के पास नगरोटा में गिरफ्तार कर लिया था।
पुलवामा आतंकवादी हमले के केवल तीन सप्ताह बाद ही जम्मू में यह ग्रेनेड हमला किया गया है। 14 फरवरी को सीआरपीएफ पर हमले में 40 जवान शहीद हो गए थे।