जम्मू. जम्मू एयरबेस पर ड्रोन अटैक की अभी जांच चल रही है, इसी बीच जम्मू में एक बार फिर ड्रोन की आशंका के बाद हाईअलर्ट है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, जम्मू के कालूचक आर्मी कैंप के पास रात 23.45 बजे जवानों के बेस के पास लाल रंग की रोशनी दिखाई दी। ड्रोन होने की आशंका के बाद क्विक रिएक्शन टीम फौरन हरकत में आ गई औऱ रोशनी को टारगेट करके फायर किए गए। सुबह 2.40 बजे के करीब एक बार फिर रोशनी दिखाई दी। क्यूआरटी के जवानों ने एक बार फिर फायरिंग की। उम्मीद जताई जा रही है कि जल्द ही सेना इस घटना के बारे में बयान जारी कर सकती है।
- जम्मू के कालूचक में ड्रोन की आशंका के बाद हाईअलर्ट
- आर्मी कैंप के पास लाल रोशनी दिखने के बाद फायरिंग
- आर्मी के जवानों ने रोशनी देखने के बाद फायर किया
- कालूचक आर्मी कैंप के पास 2 बार दिखी रोशनी
- पहली बार रात 11.45 बजे दिखी रोशनी
- दूसरी बार सुबह 3 बजे के करीब लाल रंग की रोशनी
आपको बता दें कि शनिवार-रविवार की देर रात जम्मू हवाई अड्डा परिसर में स्थित भारतीय वायुसेना स्टेशन पर ड्रोन से बम गिराये गए थे। गनीमत ये रही कि इस हमले में कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ। अधिकारियों ने बताया कि विस्फोट में वायुसेना के दो कर्मी घायल हुए हैं। घटना देर रात करीब एक बजकर 40 मिनट पर हुई और करीब छह मिनट के भीतर दूसरा धमाका हुआ।
अधिकारियों ने कहा कि पहले विस्फोट में उच्च सुरक्षा वाले हवाई प्रतिष्ठान के तकनीकी क्षेत्र में एक इमारत की छत को नुकसान हुआ। शहर के बाहरी छोर पर स्थित सतवारी इलाके में स्थित इस स्थान की देखरेख का जिम्मा वायुसेना उठाती है। दूसरा विस्फोट छह मिनट बाद जमीन पर हुआ।
वायु सेना स्टेशन के पास स्थित एक इलाके में रहने वाले इंद्रजीत सिंह ने बताया, ‘‘जोरदार धमाके से हमारी नींद खुली। इससे पूरा इलाका थर्रा उठा और लोग खौफ में आ गये।’’
विस्फोट की आवाज सुनकर बेलीचरण, कर्ण-बाग, गद्दीगर, बोहरकैंप और सतवारी से कई लोग वायु सेना स्टेशन पहुंचे। उन्हें बिल्कुल अंदाजा नहीं था कि विस्फोट ड्रोन से किया गया है। यह पहली बार है जब पाकिस्तान स्थित आतंकवादियों ने इस तरह के मानवरहित और रिमोट संचालित वाहन से किसी महत्वपूर्ण प्रतिष्ठान को निशाना बनाया है। सतवारी के सून नाथ ने कहा कि यह चिंता का विषय है क्योंकि इस तरह का हमला इससे पहले कभी नहीं हुआ था।