श्रीनगर: उत्तरी कश्मीर के कुपवाड़ा जिले के एक सैन्य शिविर पर गुरुवार सुबह हुए आत्मघाती हमले में सेना के मेजर समेत तीन जवान शहीद हुए हैं जबकि दो आतंकवादियों को मार गिराया गया। ये हमला सुबह चार बजे हुआ है और तब से सेना का ऑपरेशन जारी है। रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता कर्नल राजेश कालिया ने बताया, "नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पास गुरुवार तड़के लगभग 4.30 बजे पंजगाम सैन्य शिविर पर फिदायीन हमला हुआ।" (भारत के इस कदम ने उड़ाया अमेरिका, रूस और चीन के होश...)
प्रवक्ता ने बताया, "इस हमले में तीन जवान शहीद हो गए जिसमें एक कैप्टन और दौ गैर कमीशन अधिकारी हैं।" यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि क्या आतंकवादी सैन्य शिविर में कहीं छिपे है या नहीं।
खबर के अनुसार, स्वचालित हथियारों से लैस दो से चार आत्मघाती आतंकियों ने सेना के 310 जीआर रेजीमेंट के कैंप पर हमला किया। आतंकी सेना की वर्दी में थे और उस समय जवानों का एक दल नियमित गश्त के लिए कैंप से बाहर जाने वाला था और रात को गश्त के लिए बाहर गए दल ने भीतर आना था।
आतंकियों को संतरी ने पहले फौजी ही समझा। नजदीक आने पर वह उनक इरादे भांप गया। लेकिन तब तक देर हो गई थी। आतंकियों ने ग्रेनेड दागते हुए और स्वचालित हथियारों से फायरिंग शुरु कर दी। इसके साथ ही वह कैंप में दाखिल होने में कामयाब हो गए। कैंप में आतंकयों के घुसते ही वहां मौजूद जवानों और अधिकारियों ने अपनी पोजीशन ले जवाबी कार्रवाइ्र शुरु की। (नक्सलियों से बदला लेने के लिये CRPF को मिली 75 दिनों की खुली छूट!)
सुबह छह बजे तक आतंकियों को मार गिराने के अभियान में एक कैप्टन, एक जेसीओ और एक जवान शहीद हो गए थे। दो आतंकी भी मारे गए हैं। पांच जवान जख्मी बताए जाते हैं। फिलहाल, तलाशी अभियान जारी है, अन्य विवरण प्रतीक्षारत है।