नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर के प्रिसिंपल सेक्रेट्री रोहित कंसल के मुताबिक कश्मीर घाटी में 26 हज़ार लैंडलाइन फोन काम कर रहे हैं। जम्मू और लद्दाख में मोबाइल फोन पूरी तरह से काम करने लगे हैं। दिन के वक्त घाटी के 92 पुलिस थाना क्षेत्रों से कर्फ्यू हटा लिया गया है। स्कूल पहले ही खोल दिए गये थे। दिन के वक्त कर्फ्यू हटने से बाज़ारों में धीरे धीरे रौनक बढ़ने लगी है। प्रशासन को यकीन है कि हालात को देखते हुए जल्द ही रात को भी प्रतिबंध हटा लिए जाएंगे।
उन्होंने कहा, ‘‘इस तरह घाटी के 90 फीसदी हिस्से में दिन के समय की पाबंदियां पूरी तरह से हटा दी गई हैं।’’ प्रिसिंपल सेक्रेट्री ने कहा, ‘‘जम्मू और लद्दाख सभी तरह की पाबंदियों से पहले से ही पूरी तरह से मुक्त हैं। जम्मू, कश्मीर और लद्दाख के 93 फीसदी हिस्से आज किसी निषेधाज्ञा से पूरी तरह से मुक्त हैं।’’
उन्होंने कहा कि घाटी में 26,000 से अधिक लैंडलाइन फोन काम कर रहे हैं। कंसल ने कहा, ‘‘हमने 29 और टेलीफोन एक्सचेंज खोलने का फैसला किया है। इस तरह कुल 95 एक्सचेंज में से अब 76 संचालित हो रहे हैं।’’
अधिकारियों ने हालांकि कहा कि सोमवार को लगातार 29वें दिन आम जनजीवन प्रभावित रहा। दुकानें बंद रहीं और सड़कों से सार्वजनिक वाहन नदारद रहे। श्रीनगर के कई इलाकों में निजी वाहनों की आवाजाही दिखी।
शहर के सिविल लाइन इलाकों में कुछ रेहड़ी वालों ने अपनी दुकानें लगाई। पांच अगस्त को केंद्र की ओर से अनुच्छेद-370 के अधिकतर प्रावधानों को समाप्त करने और जम्मू-कश्मीर को दो केंद्रशासित प्रदेशों में बांटने के फैसले के बाद से मोबाइल और इंटरनेट सेवाएं निलंबित हैं।