नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर में एक बार फिर पत्थरबाजी हुई है। आज देश जहां ईद का जश्न मना रहा है वहीं त्योहार के इस खास मौके पर अनंतनाग में जबरदस्त पत्थरबाजी हुई। ईद की नमाज के बाद पत्थरबाजों की भीड़ ने पुलिस पर पत्थर फेंके। बेकाबू भीड़ को काबू में करने के लिए आंसू गैस के गोले दागने पड़े। फिलहाल किसी के घायल होने की कोई खबर नहीं है। पिछले साल भी अनंतनाग में हुई थी पत्थरबाजी।
आपको बता दें कि ईद के मौके पर घाटी में पत्थरबाजी की घटनाओं का सेना को पहले से आभास था। इसी को ध्यान में रखते हुए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम घाटी में किए गए थे। अनंतनाग में ईद की मौके पर पत्थरबाजी की घटना पिछले साल भी हुई थी। पिछले साल भी ईद के ही दिन पत्थरबाज बाज नहीं आए थे और उन्होंने नमाज के बाद पत्थरबाजी की थी। अनंतनाग के साथ-साथ सोपोर, कुलगाम, पुलवामा और पट्टन शहरों में पत्थरबाजी की घटनाएं हुई थीं, जिसमें 10 प्रदर्शनकारी घायल हो गए थे।
घाटी में पिछले कुछ दिनों से हालात बहुत ज्यादा खराब है। सीमा पर पाकिस्तानी गोलीबारी में हमारे जवानों को लगातार निशाना बनाया जा रहा है तो वहीं हाल ही में कश्मीर के एक पत्रकार की हत्या से हड़कंप मच गया है। इससे पहले शुक्रवार को भी दक्षिण कश्मीर के पुलवामा में हिसक भीड़ ने सुरक्षाबलों को घेरकर हाथापाई करने के साथ जमकर पथराव किया। सुरक्षाबलों ने बलप्रयोग कर भीड़ को खदेड़ा। इस दौरान गोली लगने से एक पत्थरबाज की मौत और एक युवती समेत दो अन्य जख्मी हो गए। इसके बाद हिसक झड़पें शुरू हो गई, जिसमें दो सुरक्षाकर्मियों समेत सात लोग घायल हो गए।
गौरतलब है कि रमजान के पाक महीने में राज्य की सरकार के अनुरोध पर सेना की तरफ से एकतरफा सीजफायर का ऐलान किया गया था लेकिन इस दौरान आतंकियों की घुसपैठ और हमलों में काफी इजाफा हो गया। हालांकि इस दौरान बड़ी संख्या में आतंकी मारे भी गए हैं। आतंकियों के लगातार मारे जाने के बाद से सुरक्षाबलों को निशाना बनाना शुरू कर दिया है।