श्रीनगर: करगिल में कल रात जहां न्यूनतम तापमान शून्य से 20 डिग्री सेल्सियस नीचे पहुंचने से जनजीवन प्रभावित हुआ वहीं कश्मीर घाटी में कई स्थानों पर तापमान जमाव बिंदु से कई डिग्री नीचे रहा। मौसम वैज्ञानिक ने कहा कि अगले 48 घंटों में कुछ इलाकों में हल्की बारिश या बर्फबारी से परेशानी उत्पन्न हो सकती है। मौसम विज्ञान विभाग के एक अधिकारी ने कहा कि जम्मू-कश्मीर की ग्रीष्मकालीन राजधानी श्रीनगर में न्यूनतम तापमान शून्य से 3.9 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया। दक्षिण कश्मीर के काजीगुंड में न्यूनतम तापमान शून्य से 4.4 डिग्री सेल्सियस नीचे रहा। निकटवर्ती कोकरनाग में न्यूनतम तापमान शून्य से 2.5 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया।
उत्तर कश्मीर के कुपवाड़ा में न्यूनतम तापमान शून्य से 3.6 डिग्री सेल्सियस नीचे रहा। विश्व प्रसिद्ध स्की रिजोर्ट गुलमर्ग में न्यूनतम तापमानशून्य से 6 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया। पहलगाम में न्यूनतम तापमान शून्य से 4.5 डिग्री सेल्सियस नीचे रहा। लद्दाख का करगिल जम्मू-कश्मीर का सबसे ठंडा क्षेत्र रहा जहां न्यूनतम तापमान शून्य से 20 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया। वहीं निकटवर्ती लेह में न्यूनतम तापमान शून्य से 14.2 डिग्री सेल्सियस नीचे रहने से जनजीवन थम सा गया। करगिल और लेह में इस मौसम की यह सबसे ठंडी रात थी।
मौजूदा समय में कश्मीर में 'चिल्लई कलां' चल रहा है, यह 40 दिन की अवधि होती है। इस दौरान बर्फबारी होती है और तापमान बहुत गिर जाता है। यह 31 जनवरी तक जारी रहेगा लेकिन इसके बाद भी घाटी में शीत लहर चलने की संभावना है। इसके बाद यहां 20 दिन का ‘चिल्लई खुर्द’ और उसके बाद 10 दिन का ‘चिल्ल्ई शिशु ’ शुरू होगा। मौसम अधिकारी ने विशेषकर आज और कल ऊंचे इलाकों के कुछ हिस्सों में हल्की बारिश या बर्फबारी की संभावना जताई है।