श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर में जिला विकास परिषद (डीडीसी) चुनाव शनिवार को संपन्न हो गया, जिसमें कुल मिलाकर करीब 51 प्रतिशत मतदान हुआ। मतों की गिनती 22 दिसंबर को होगी। राज्य निर्वाचन आयुक्त के के शर्मा ने यहां बताया कि शनिवार को आठवें और अंतिम चरण के मतदान में 28 निर्वाचन क्षेत्रों में करीब 51 प्रतिशत मतदान हुआ। ये क्षेत्र केंद्र शासित प्रदेश के 18 जिलों में फैले हैं। जम्मू-कश्मीर से विशेष दर्जा वापस लिये जाने के बाद पहली बार यहां चुनाव हो रहे हैं। शर्मा ने संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि कुछ मामूली घटनाओं को छोड़कर मतदान शांतिपूर्ण रहा।
शर्मा ने कहा कि चुनाव के अंतिम चरण में 50.98 प्रतिशत मतदान हुआ। जम्मू संभाग में अंतिम चरण में 72.71 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया वहीं कश्मीर घाटी में 29.91 प्रतिशत मतदान हुआ। उन्होंने कहा कि अंतिम चरण में 3.21 लाख से अधिक मतदाता मतदान के लिए बाहर आए। शर्मा ने कहा कि अंतिम चरण में, कश्मीर घाटी में कुपवाड़ा जिले में सबसे अधिक 63.8 प्रतिशत मतदान हुआ जबकि बांदीपोरा में 56.5 प्रतिशत, बारामुला में 44.6 प्रतिशत, बडगाम में 35.12 प्रतिशत, कुलगाम में 11.2 प्रतिशत मतदान हुआ। उधर जम्मू क्षेत्र में, पुंछ में सबसे अधिक 83.58 प्रतिशत मतदान हुआ। इसके बाद रियासी में 81.92 प्रतिशत, राजौरी में 77.31 प्रतिशत और कठुआ में 73.93 प्रतिशत मतदान हुआ।
शर्मा ने कहा कि मतदान शांतिपूर्ण माहौल में हुआ और किसी बड़ी घटना की कोई खबर नहीं है। उन्होंने कहा कि पुंछ में एक उम्मीदवार को पथराव का सामना करना पड़ा और उनके सुरक्षाकर्मी ने भीड़ को भगाने के लिए हवा में गोलियां चलायी। इससे लोग तितर-बितर हो गए। डीडीसी चुनावों के सफलतापूर्वक संपन्न हो जाने के बाद यहां विधानसभा चुनावों की संभावना के बारे में पूछे गए एक सवाल पर शर्मा ने कहा, "विधानसभा चुनाव ईसीआई (भारत चुनाव आयोग) के अधिकार क्षेत्र में है। मेरे लिए इस पर टिप्पणी करना सही नहीं है। लेकिन, वे (विधानसभा चुनाव) कुछ समय में होंगे और ईसीआई इसके लिए कदम उठाएगा।’’