श्रीनगर: जम्मू एवं कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती और सेना ने शुक्रवार को दो दिन पहले नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर मारे गए दो जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित की। रक्षा मंत्रालय के एक बयान में कहा गया कि मुख्यमंत्री ने चिनार कोर के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल जी.एस. संधु व सभी रैंक के साथ मिलकर राष्ट्र की तरफ से शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की। यह श्रद्धांजलि कार्यक्रम बदामी बाग छावनी में हुआ। ये भी पढ़ें: भारत और चीन में बढ़ी तल्खियां, जानिए किसके पास है कितनी ताकत
समारोह में एकजुटता दिखाते हुए राज्य सरकार के अधिकारी व दूसरी सुरक्षा एजेंसियों ने भाग लिया और लांस नायक रणजीत सिंह व राइफलमैन सतीश भगत को अंतिम विदाई दी।
यह दोनों की केरन सेक्टर में 12 जुलाई को पाकिस्तानी सैनिकों के हमले का शिकार हुए थे। उन्हें तुरंत प्राथमिक चिकित्सा दी गई और चौकियों से हटाया गया, लेकिन उन्होंने दम तोड़ दिया। रणजीत सिंह (32) 2003 में सेना में शामिल हुए। वह जम्मू क्षेत्र के बुर्न गांव के निवासी थे। उनके पीछे उनकी पत्नी नेहा देवी व दो बच्चे हैं।
सतीश भगत (22) 2015 में सेना में शामिल हुए। उनके परिवार में माता-पिता हैं। बयान में कहा गया, "शहीदों पार्थिव शरीर उनके पैतृक जगहों को भेज दिए गए जहां उन्हें पूरे सैनिक सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी जाएगी।"
ये भी पढ़ें: जानिए कौन है सैयद सलाहुद्दीन, जिसने कश्मीर घाटी को भारतीय बलों की कब्रगाह बनाने की खायी थी कसम
अगर सांप काटे तो क्या करें-क्या न करें, इन बातों का रखें ध्यान...