जम्मू और कश्मीर राज्य की सीआईडी ने श्रीनगर जेल को लेकर एक रिपोर्ट तैयार की है। इस रिपोर्ट में सीआईडी ने कहा है कि श्रीनगर जेल कश्मीर में आतंकियों की भर्ती का सबसे बड़ा केंद्र है। जेल के अंदर कैदियों ने समानांतर प्रशासनिक ढांचा तैयार कर लिया है। छह महीने में उन्होंने जेल के अंदर शौरा (एक तरह की परिषद) बना ली है। जेल प्रशासन कई बार इस बारे में लोकल पुलिस को चेतावनी भी जारी कर चुका है लेकिन हर बार उसे नजरअंदाज कर दिया गया। रिपोर्ट में बताया गया है कि राज्य में आतंकी संगठन तैयार करने में इस जेल को रोल बेहद अहम है।
हाल ही में जितने भी नए आतंकी तैयार हुए हैं उन्हें जेल के अंदर से ही मदद मिली है। 6 फरवरी को लश्कर के आतंकी मोहम्मद नावेद के जेल से भागने पर अपनी नाराजगी जाहिर कर चुके राज्य के पूर्व जेल महानिदेशक एस के मिश्रा ने इस रिपोर्ट पर कहा है कि वो पहले भी कई बड़े आतंकियों को कश्मीर से बाहर करने की कोशिश कर चुके हैं लेकिन उन्हें ऐसा करने के लिए आदेश नहीं मिले। उन्होंने इस रिपोर्ट पर कहा है कि एक समय जब जेल के अंदर 300 कैदियों पर सिर्फ 5 से 20 सैनिक होते हैं ऐसे में जेल में अनुशासन रख पाना कई बार बड़ा कठिन होता है। कई बार 150 सैनिक एक बार में जेल में रखने का अनुरोध किया गया लेकिन सरकार ने इसे गंभीरता से नहीं लिया।