जम्मू: पाकिस्तानी रेंजर्स द्वारा जम्मू, सांबा और कठुआ जिलों में सैन्य और असैन्य ठिकानों पर लगातार की जा रही गोलीबारी और बमबारी के कारण सीमावर्ती गावों से 40,000 से अधिक लोगों को अपने घर छोड़कर सुरक्षित स्थानों की ओर पलायन करने पर मजबूर होना पड़ा है। पुलिस ने बताया कि कुछ लोगों ने प्रशासन द्वारा बनाए गए अस्थाई शिविरों में शरण ली है, जबकि अधिकांश अन्य अपने रिश्तेदारों और दोस्तों के घर में शरण लेने के लिए मजबूर हुए हैं।
हालांकि मवेशियों और घरों की रखवाली के लिए हर घर में एक पुरुष सदस्य को छोड़ दिया गया है। एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि पाकिस्तान की ओर से लगातार तीसरे दिन बुधवार को भी अकारण गोलीबारी और गोलाबारी जारी है।
अधिकारी ने बताया कि हालांकि बीएसएफ पाकिस्तान के हमले का मुंहतोड़ जवाब दे रही है, लेकिन अंतर्राष्ट्रीय सीमा के आर एस पुरा, अरनिया, रामगढ़ और अन्य सेक्टरों से भारी संख्या में ग्रामीणों का पलायन जारी है।
पाकिस्तान की गोलाबारी में मंगलवार को आर एस पुरा और रामगढ़ सेक्टरों में 18 नागरिकों की जान चली गई थी। हमलों में ग्रामीणों के दर्जनों मवेशी भी मारे गए हैं और उनके घरों को भी भारी क्षति पहुंची है।