नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर के शोपियां में दो एसपीओ और एक कांस्टेबल को किडनैप करने के बाद हत्या कर दी गई है। आशंका जताई जा रही है हिजबुल के आतंकियों ने किडनैपिंग के बाद हत्या की। सभी शहीद पुलिसकर्मियों के शव बरामद कर लिए गए हैं जबकि कुछ देर बाद ही आतंकियों ने एक पुलिसकर्मी को छोड़ दिया है। चार पुलिसकर्मियों में से सिर्फ फयाज़ अहमद भट्ट ही वापस लौटे हैं। हिज्बुल मुजाहिदीन के कमांडर रियाज नाइकू ने 12 मिनट के एक वीडियो में कथित रूप से इस अपहरण की जिम्मेदारी ली है। उसने पुलिस हिरासत में मौजूद आतंकवादियों के रिश्तेदारों को रिहा करने के लिये तीन दिन का समय दिया है।
वैश्विक तौर पर वांछित आतंकवादी और हिज्बुल मुजाहिदीन संगठन के नेता सैयद सलाहुद्दीन के दूसरे बेटे की एनआईए द्वारा गिरफ्तारी के बाद 30 अगस्त को अपहरण की इस घटना को अंजाम दिया गया। ये किडनैपिंग तब हुई है जब हिज्बुल के आतंकी रियाज़ नाइकू ने ऑडियो क्लिप जारी कर पुलिसकर्मियों को धमकी दी। इस ऑडियो क्लिप में नाइकू ने सभी पुलिसकर्मियों को चार दिन में अपनी नौकरी छोड़ देने की धमकी दे रहा है। नाइकू का कहना था कि नए कश्मीरी लड़के पुलिस ज्वाइन ना करें।
इससे पहले उनके लापता होने की खबर आई थी। बताया जा रहा था कि शोपियां जिले में संदिग्ध आतंकियों ने 4 पुलिसकर्मियों को अगवा कर लिया। घटना बीती रात की बताई जा रही थी। बताया गया कि जिन पुलिसवालों का अपहरण हुआ है उनमें 3 एसपीओ यानी स्पेशल पुलिस अफसर थे। पुलिसवाले शोपियां के दो गांवों से अगवा किए गए जिसमें कापरीन और बतागुंड शामिल हैं। पुलिसवालों के गायब होने के बाद उन्हें ढूंढने के लिए सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा था।
बता दें कि पिछले काफी समय से आतंकी सेना के जवानों और पुलिसकर्मियों को अपना निशाना बना रहे हैं। आतंकियों ने पिछले दिनों पुलिस कर्मियों के परिजनों को भी अगवा कर लिया था। आतंकी लगातार जवानों पर नौकरी छोड़ने का दबाव बना रहे हैं।