नयी दिल्ली: प्रमुख मुस्लिम संगठन जमीयत उलेमा-ए-हिंद ने दिल्ली में शांति की अपील करते हुए सरकार से भाजपा नेता कपिल मिश्रा के खिलाफ कथित तौर पर हिंसा भड़काने के मामले में कार्रवाई की मांग की। जमीयत प्रमुख मौलाना अरशद मदनी ने मुस्लिमों से मुश्किल भरे समय में साहसी बनने और सुरक्षित रहने की अपील की। उन्होंने एक बयान में कहा, “मैं शांति की अपील करना चाहूगा। मैं सभी मुसलमानों से कहना चाहता हूं कि वे इस मुश्किल समय में साहसी बनें और सुरक्षित रहें। उन्हें अपने इलाकों में शांति और भाईचारा बरकरार रखना चाहिए।“
मदनी ने कहा, ‘‘उन्हें गैर मुस्लिमों के साथ क्षेत्र में अच्छे से व्यवहार करना चाहिए और उन्हें अलग-थलग महसूस नहीं करने देना चाहिए।’’ मदनी ने दिल्ली में हिंसा के लिए मिश्रा को दोषी ठहराया और कहा कि इस तरह की टिप्पणियों की वजह से हिंसा हुई। उन्होंने कहा, ‘‘यह दुखद है कि देश की राजधानी के भीतर ऐसा हो रहा है और उसे (मिश्रा) कोई रोकनेवाला नहीं है। बयान के लिए उसे जेल में बंद करना चाहिए।“ मदनी ने कहा कि सरकार और देश की छवि खराब हो रही है।
वहीं उत्तर-पूर्वी दिल्ली के कई इलाकों में हिंसा के मद्देनजर प्रशासन ने दंगाइयों को देखते ही गोली मारने के आदेश जारी कर दिए हैं। प्रशासन ने यह आदेश तब जारी किया जब पहले धारा 144 लागू करने और फिर कर्फ्य लगाने के बाद भी दंगाइयों ने हिंसा बंद नहीं की। दंगाइयों को रोकने के लिए सुरक्षाबंलों ने हर मुम्किन कोशिश की। सुरक्षाबलों ने फ्लैग मार्च करने से लेकर आंसू गैस के गोली छोड़ने तक सब आजमाया लेकिन दंगाई नहीं रुके।
बता दें कि रविवार से CAA विरोधी और समर्थकों के बीच जारी हिंसा में दिल्ली पुलिस के हेड कॉन्स्टेबल रतन लाल समेत अभी तक 13 लोगों की मौत हो चुकी है। दिल्ली पुलिस ने मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि वह असामाजिक तत्वों की संलिप्तता वाली घटनाओं पर कार्रवाई कर रही है। दिल्ली पुलिस के प्रवक्ता मनदीप रंधावा ने कहा कि हिंसा के संबंध में 11 प्राथमिकी दर्ज की गई हैं। फिलहाल, उत्तरी-पूर्वी दिल्ली में सुरक्षाबलों की तैनाती और बढ़ा दी गई है।