नई दिल्ली: जामिया मिलिया यूनिवर्सिटी में छात्रों का धरना प्रदर्शन खत्म हो गया है। सोमवार को यूनिवर्सिटी 28 दिन बाद खुली थी लेकिन यूनिवर्सिटी के गेट खुलते ही छात्रों ने वीसी दफ्तर के बाहर हंगामा कर दिया। वाइस चांसलर ने छात्रों के साथ करीब 40 मिनट तक बात की जिसके बाद वीसी ने दिल्ली पुलिस के खिलाफ एफआईआर कराने का आश्वासन दिया, तब जाकर छात्रों ने अपना धरना प्रदर्शन खत्म किया।
छात्रों की मांगे थी कि दिल्ली पुलिस पर एफआईआर दर्ज हो, पुलिस किसके कहने पर कैंपस में आई उसकी जांच हो, कैंपस में छात्रों की सुरक्षा को सुनिश्चित किया जाए और परीक्षा की तारीखों को आगे बढ़ाया जाए। यूनिवर्सिटी ने छात्रों की सभी मांगें मान ली है।
वीसी नजमा अख्तर ने सोमवार को आरोप लगाया कि 15 दिसंबर की रात दिल्ली पुलिस बिना अनुमति के विश्वविद्यालय परिसर में घुसी और उसने छात्रों पर बर्बर कार्रवाई की। नजमा अख्तर ने विश्वविद्यालय के छात्रों को बताया कि तमाम कोशिशों के बावजूद एफआईआर दर्ज नहीं की जा सकी है।
जामिया में हंगामा सीएए को लेकर शुरू हुआ था। छात्रों ने यूनिवर्सिटी की वाइस चांलर से ही पूछ लिया कि बताइए सीएए को लेकर आप क्या सोचती हैं। वहीं मानवाधिकार आयोग की टीम भी जामिया हिंसा की जांच शुरू कर चुकी है। आज आयोग की टीम छात्रों के बयान लेगी।