नई दिल्ली। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सोमवार को आसियान देशों के छात्रों के लिए आईआईटी में एक ‘‘पीएचडी फेलोशिप’’ कार्यक्रम शुरू किया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। यह कार्यक्रम अपनी तरह का सबसे बड़ा कार्यक्रम है, जिसमें तीन बैच में 1,000 छात्रों का चयन किया जाएगा।
जयशंकर ने यहां जवाहरलाल नेहरू भवन में इस कार्यक्रम का उद्घाटन किया और छात्रों से आवेदन प्राप्त करने के लिए एक पोर्टल भी शुरू किया। मानव संसाधन विकास मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि सरकार आसियान (दक्षिण पूर्व एशियाई देशों का संगठन) देशों के छात्रों के लिए पूरी तरह से वित्त पोषित इस पीएचडी कार्यक्रम के लिए 300 करोड़ रूपये खर्च करेगी।
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी), दिल्ली इस कार्यक्रम के लिए समन्वय एजेंसी होगी, जो अगले तीन बरसों में 1,000 छात्रों का चयन करेगी। मंत्रालय के अधिकारी ने बताया, ‘‘इस साल 250 छात्रों का चयन किया जाएगा, अगले साल 300 और उसके अगले साल 450 छात्रों का चयन किया जाएगा।’’
विदेश मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा कि कार्यक्रम के लिए पूरा धन मानव संसाधन विकास मंत्रालय उपलब्ध करा रहा है और विदेश मंत्रालय आसियान देशों से संपर्क कर इसे लोकप्रिय बनाने के लिए इसमें एक साझेदार है। आसियान के सदस्य देशों में ब्रूनेई, कंबोडिया, इंडोनेशिया, लाओस, मलेशिया, म्यामां, फिलीपीन, सिंगापुर, थाईलैंड और वियतनाम शामिल हैं।