शिमला: हिमाचल प्रदेश के नये मुख्यमंत्री को लेकर जारी सस्पेंस अब खत्म हो चुका है। पार्टी के विधायकदल की बैठक में जयराम ठाकुर का नाम राज्य के नए मुख्यमंत्री के तौर पर फाइनल हो गया। इससे पहले 5 बार के विधायक जयराम ठाकुर और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा सूबे में मुख्यमंत्री पद के लिए प्रमुख दावेदार माने जा रहे थे। अब यह साफ हो गया है कि 5 बार विधायक रहे जयराम ठाकुर ही अब हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री होंगे। राजपूत समुदाय से आने वाले जयराम ठाकुर का नाम CM पद के उम्मीदवार धूमल के चुनाव हार जाने के बाद से ही चर्चा में था। जयराम ठाकुर के नाम का प्रस्ताव प्रेम कुमार धूमल ने ही रखा था। वह 27 दिसंबर को पद की शपथ लेंगे।
वहीं, हिमाचल प्रदेश के नव निर्वाचित विधायकों में आम सहमति नहीं बन पाने के कारण दोनो केंद्रीय पर्यवेक्षक केंद्रीय नेतृत्व से विचार विमर्श करने के लिए शिमला से वापस दिल्ली लौट गए थे। केंद्रीय पर्यवेक्षकों का दो सदस्यीय दल 21 और 22 दिसंबर को प्रदेश में था और उसने प्रदेश भाजपा की कोर समिति, सांसदों और कुछ विधायकों से जानकारी ली थी। केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण और नरेंद्र सिंह तोमर पर्यवेक्षक के तौर पर शिमला आए थे। बीजेपी के सूत्रों ने बताया था कि हाल तक ठाकुर मुख्यमंत्री पद की दौड़ में सबसे आगे थे लेकिन बदले परिदृश्य में नड्डा के नाम ने भी जोर पकड़ लिया। हालांकि विधायकदल की बैठक में जयराम ठाकुर के नाम पर अंतिम फैसला हुआ।
इस बीच चुनाव हार चुके पार्टी के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार रहे धूमल ने कहा, ‘मीडिया में यह अटकलबाजी चल रही है कि मैं मुख्यमंत्री पद के लिए दावेदार हूं। मैंने मतगणना के दिन ही यह स्पष्ट कर दिया था कि मैं किसी दौड़ में शामिल नहीं हूं।’ भारतीय जनता पार्टी के मुख्यमंत्री पद के चेहरे प्रेम कुमार धूमल के चुनावों में हार जाने के बाद पार्टी के सामने नेतृत्व का संकट खड़ा हुआ। कांग्रेस के राजेंद्र राणा ने सुजानपुर सीट से धूमल को चुनाव में शिकस्त दी थी।