नयी दिल्ली: भीम आर्मी ने शनिवार को दावा किया कि जेल में कैद इसके प्रमुख चंद्रशेखर आजाद की तबियत खराब है और उनका तुरंत उपचार कराने की जरूरत है। हालांकि, तिहाड़ जेल के एक वरिष्ठ अधिकारी ने इस दावे को खारिज करते हुए कहा कि आजाद ‘‘पूरी तरह ठीक हैं’’ और जेल के वरिष्ठ चिकित्सकों के नियमित चिकित्सकीय जांच में इस तरह की कोई बात सामने नहीं आई। आजाद के निजी चिकित्सक हरजीत सिंह भट्टी ने दावा किया कि भीम आर्मी के प्रमुख एक ऐसी बीमारी से ग्रसित हैं, जिसमें हफ्ते में दो बार उनकी ‘फ्लेबोटॉमी’ की जाती है। फ्लेबोटॉमी प्रक्रिया में रक्त से अतिरिक्त लाल रक्त कोशिकाओं को हटाया जाता है, ताकि खून से जुड़ी कुछ खास बीमारियों का इलाज किया जा सके।
भीम आर्मी के प्रवक्ता कुश अंबेडकरवादी ने कहा कि पिछले डेढ़ वर्षों से आजाद की इस बीमारी का इलाज चल रहा है और उन्होंने तिहाड़ जेल के अधिकारियों को इस बारे में बताया है। भट्टी ने दावा किया कि एक हफ्ते पहले फ्लेबोटॉमी किया जाना था। आजाद ने सिर दर्द, चक्कर आना और पेट दर्द की शिकायत की थी। उन्होंने कहा, ‘‘अगर आजाद का तुरंत इलाज नहीं किया जाता है तो उनका खून गाढ़ा हो जाएगा और उन्हें दिल का दौरा पड़ सकता है। जेल के अधिकारी उन्हें एम्स नहीं ले जा रहे हैं।’’ बहरहाल, जेल के अधिकारियों ने कहा कि आजाद ‘‘पूरी तरह ठीक हैं’’ और जरूरत पड़ने पर उन्हें चिकित्सा सुविधा दी जाएगी। संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ पिछले वर्ष 21 दिसम्बर को पुलिस की अनुमति के बगैर जामा मस्जिद से जंतर-मंतर तक उनके संगठन द्वारा मार्च निकालने के लिए दिल्ली पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार किया था।