नई दिल्ली: उत्तर पूर्वी दिल्ली में सीएए को लेकर झड़प के दौरान एक हेड कॉन्स्टेबल की मौत हो गई जबकि दो DCP घायल हो गए। दरअसल, गोकुलपुरी के पास भजनपुरा में CAA के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान हिंसा में दंगाइयों ने पुलिस पर हमला किया, जिसमें हेड कॉन्स्टेबल रतनलाल के सिर पर पत्थर लगने से चोट आई। जिसके बाद कॉन्स्टेबल रतन लाल को अस्पताल ले जाया गया लेकिन वहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि हेड कांस्टेबल रतन लाल सहायक पुलिस आयुक्त के कार्यालय से जुड़े हुए थे। पुलिस अधिकारी ने बताया कि 'झड़प में कई पुलिसकर्मी घायल हुए हैं।' घायल पुलिस वालों में DCP वेद प्रकाश शुक्ला और शाहदरा जिले के DCP अमित शर्मा भी शामिल हैं। अमित शर्मा को इलाज के लिए पटपड़गंज के मैक्स अस्पताल में भर्ती कराया गया है। दंगाइयों ने उनकी गाड़ी को भी आग लगा दी है।
फिलहाल, ऐसी स्थिति के बीच अब हालातों को काबू करने के लिए पुलिस ने उत्तर-पूर्वी दिल्ली की 10 जगहों पर धारा 144 लागू कर दी है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी हिंसा की घटनाओं के मद्देनजर उपराज्यपाल अनिल बैजल और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से व्यवस्था बहाल करने का अनुरोध करते हुए कहा कि किसी को भी माहौल खराब करने की अनुमति नहीं देनी चाहिए।
दरअसल, उत्तर-पूर्वी दिल्ली के कई इलाकों में रविवार से ही विरोध प्रदर्शन और हिंसा की घटनाएं हो रही हैं। यहां जाफराबाद और मौजपुर इलाकों में प्रदर्शनकारियों ने कम से कम दो घरों में आग लगा दी, जिससे तनाव और बढ़ गया है। इन इलाकों में सोमवार को लगातार दूसरे दिन सीएए समर्थक और विरोधी समूहों के बीच झड़पें हुईं। प्रदर्शनकारियों ने एक-दूसरे पर पथराव किया। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े। पुलिस ने समूहों को शांत कराने के भी प्रयास किए।
अधिकारियों के अनुसार प्रदर्शनकारियों ने इलाके में लगी आग बुझाते समय दमकल की एक गाड़ी को भी नुकसान पहुंचाया। दिल्ली मेट्रो ने इलाके में तनाव के बीच जाफराबाद और मौजपुर-बाबरपुर स्टेशनों पर प्रवेश और निकास द्वार बंद कर दिए। डीएमआरसी ने ट्वीट किया, ‘‘जाफराबाद तथा मौजपुर-बाबरपुर मेट्रो स्टेशनों के प्रवेश एवं निकास द्वार बंद कर दिए गए हैं। इन स्टेशनों पर ट्रेनें नहीं रुकेंगी।’’ जाफराबाद मेट्रो स्टेशन के प्रवेश और निकास द्वार पिछले 24 घंटों से बंद हैं।
संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ बड़ी संख्या में प्रदर्शन कर रहे लोगों ने रविवार को सड़क अवरुद्ध कर दी थी, जिसके बाद जाफराबाद में सीएए के समर्थकों और विरोधियों के बीच झड़प शुरू हो गई थी। दिल्ली के कई अन्य इलाकों में भी ऐसे ही धरने शुरू हो गए हैं। मौजपुर में भाजपा नेता कपिल मिश्रा ने एक सभा बुलाई थी जिसमें मांग की गयी थी कि पुलिस तीन दिन के भीतर सीएए विरोधी प्रदर्शनकारियों को हटाए, इसके तुरंत बाद दो समूहों के सदस्यों ने एक-दूसरे पर पथराव किया, जिसके चलते पुलिस को आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े थे।