जम्मू कश्मीर में इस समय राष्ट्रपति शासन लागू है, सेना आतंकियों पर नकेल कसने के लिए लगातार ऑपरेशन जारी रखे हुए है। इसी बीच जम्मू कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने बड़ा बयान दिया है। राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने कहा है कि अलगाववादी संगठन हुर्रियत कॉंफ्रेंस बातचीत के लिए तैयार हो गई है। मलिक के मुताबिक घाटी के हालात तेज़ी से सुधर रहे हैं और हुर्रियत सरकार के साथ बातचीत करना चाहती है।
राज्यपाल ने कहा कि हालात बदलने की वजह से ही हुर्रियत के लोग बातचीत के लिए तैयार हुए हैं और ये बदलाव हर जगह आ रहा है। श्रीनगर में आयोजित एक समारोह के दौरान सत्यपाल मलिक ने कहा कि इससे पहले हुर्रियत के नेता बातचीत के लिए तैयार नहीं थे लेकिन जब से उन्होंने चार्ज लिया है तब से हालात बदले हैं और इसका ही नतीजा है कि अब हुर्रियत कॉंफ्रेंस बातचीत के लिए तैयार है।
मलिक ने कहा ‘एक वक्त था जब हुर्रियत (अलगाववादी) नेता बातचीत के दरवाजे बंद कर लेते थे.’
गोली का जवाब गुलदस्ते से नहीं
इसके साथ ही सत्यपाल मलिक का यह भी कहना था, ‘घाटी में दिन की नमाज के बाद होने वाली पत्थरबाजी की घटनाएं रुक चुकी हैं. हम नहीं चाहते कि राज्य में नौजवानों की जान जाए. लेकिन अगर एक तरफ से गोलियां चलेंगी तो जाहिर तौर पर उसका पलटवार गोलियों से ही किया जाएगा. ऐसे लोगों को गुलदस्ते नहीं दिए जा सकते.’