उत्तराखंड के जोशीमठ से करीब 25 किलोमीटर दूर पैंग गांव के ऊपर रविवार को बहुत बड़ा ग्लेशियर टूटने से भयंकर तबाही हुई है। चमोली में तपोवन डैम के पास निर्माणाधीन टनल से ITBP ने सभी 16 लोगों को बचा लिया है। राहत कार्य के लिए नेवी की 7 डाइविंग टीमें अलर्ट पर रखी गई हैं। उत्तराखंड में तबाही पर ITBP के डीजी ने कहा कि तपोवन NTPC प्लांट से करीब 10 शव बरामद किए गए हैं। वहीं तपोवन सुरंग में फंसे 16 लोगों को ITBP ने बचा लिया गया है। हालांकि, अभी राहत और बचाव काम जारी है।
चमोली में ग्लेशियर टूटने के बाद पानी का बहाव अब नंदप्रयाग पहुंच गया है। राहत की बात यह है कि नंदप्रयाग पहुंचते-पहुंचते पानी का बहाव तकरीबन सामान्य हो गया है। ग्लेशियर फटने से तपोवन बैराज पूरी तरह से ध्वस्त हो गया है। उत्तराखंड के चमोली जिले में ऋषिगंगा नदी पर पावर प्रोजेक्ट को बड़ा नुकसान हुआ, इससे अलकनंदा नदी में प्रवाह बढ़ गया है। इस हादसे में करीब 150 लोगों के मरने की आशंका जताई जा रही है। राज्य में चमोली से लेकर हरिद्वार तक रेड अलर्ट जारी कर दिया गया है। ITBP की टीम चाव कार्य कर फंसे हुए लोगों को बचाने का काम कर रही है।
तबाह हुआ ऋषिगंगा हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट
चमोली जिले में एवलांच के बाद ऋषिगंगा हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट पूरी तरह से तबाह हो गया है, जबकि धौलीगंगा पर बने हाइड्रो प्रोजेक्ट का बांध टूट गया, जिससे गंगा और उसकी सहायक नदियों में बाढ़ का खतरा पैदा हो गया है। राज्य में चमोली से लेकर हरिद्वार तक रेड अलर्ट जारी कर दिया गया है। जब यह हादसा हुआ, तब दोनों प्रोजेक्ट पर काफी संख्या में मजदूर कार्य कर रहे थे।
150 लोगों की मौत की आशंका, रेस्क्यू ऑपरेशन जारी
उत्तराखंड में तबाही पर ITBP के डीजी ने कहा कि तपोवन NTPC प्लांट से करीब 10 शव बरामद किए गए हैं। उत्तराखंड के मुख्य सचिव ने हादसे में 150 लोगों की मौत की आशंका जताई है। चमोली पुलिस ने बताया कि पानी का बहाव कर्णप्रयाग पहुंच गया है, नदी का जल स्तर सामान्य है और आपदा प्रभावित जगहों पर रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है।
सीएम त्रिवेंद्र ने किया चमोली का दौरा, लोगों से की धैर्य रखने की अपील
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत लगातार घटनाक्रम पर नजर बनाए हुए हैं। त्रिवेंद्र सिंह रावत जोशीमठ पहुंचे और उन्होंने यहां घटनास्थल का मुआयना किया और पूरी जानकारी ली। सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा, आप सभी धैर्य बनाए रखें। लोगों की मदद के लिए जो भी जरूरी कदम हैं वो सरकार उठा रही है। रावत ने कहा, अगर आप प्रभावित क्षेत्र में फंसे हैं, आपको किसी तरह की मदद की जरूरत है तो कृपया आपदा परिचालन केंद्र के नंबर 1070 या 9557444486 पर संपर्क करें। कृपया घटना के बारे में पुराने वीडियो से अफवाह न फैलाएं।