मसूरी। एक पिता के लिए इससे ज्यादा गर्व का पल और नहीं हो सकता है कि उसकी बेटी उसके सामने उसी के विभाग की अधिकारी बनकर पहुंच जाए। ऐसा ही एक भावुक पल उस समय आया जब भारत तिब्बत सीमा पुलिस यानि आईटीबीपी (ITBP) की मसूरी में स्थित अकादमी से 2 महिला असिस्टेंट कमांडेंट पास होकर निकलीं। दो महिला अधिकारिओं में एक अधिकरी का नाम दीक्षा हैं और उनके पिता भी ITBP में इंस्पेक्टर के पद पर तैनात हैं। जैसे ही अकादमी से पास होकर दीक्षा बाहर निकलीं तो उनके पिता इंस्पेक्टर कमलेश कुमार ने उन्हें सेल्यूट ठोका। दीक्षा के अलावा प्रृकृति की नियुक्ति भी ITBP में असिस्टेंट कमांडेंट के पद पर हुई है।
दीक्षा ने अपनी सफलता का श्रेय अपने पिता को दिया है और कहा है कि पिता ने उन्हें हमेशा से ITBP ज्वाइन करने के लिए प्रोत्साहित किया और हर तरह की सहायता उपलब्ध कराई। दीक्षा ने बताया कि ITBP महिलाओं के लिए यह बहुत अच्छी फोर्स है और जिन्हें चैलेंज पसंद हैं वे इस फोर्स को ज्वाइन करें। दीक्षा ने कहा लड़कियां किसी क्षेत्र में कम नहीं हैं।
ITBP में पहली बार 2 महिलाओं को असिस्टेंट कमांडेंट बनाया गया है। रविवार को मसूरी की ITBP अकादमी से कुल 53 असिस्टेंट कमांडेंट पास होकर निकले हैं जिनमें 43 जनरल ड्यूटी पर होंगे और 11 इंजीनियर। रविवार को अकादमी में हुए कार्यक्रम में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी मुख्य अतिथि थे।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और आईटीबीपी के डीजी ने मसूरी के भारत तिब्बत सीमा पुलिस अकादमी में दीक्षांत परेड समारोह में 'आईटीबीपी का इतिहास' किताब जारी की। इस दौरान मुख्यमंत्री ने दीक्षांत परेड का निरीक्षण भी किया।