चेन्नई। आयकर विभाग के छापे से बचने के लिए कारोबारियों ने कब्रिस्तान में खजाना छुपा रखा था लेकिन वहां पर भी आयकर विभाग की नजर पहुंच गई। मामला चेन्नई का है जहां फेमस सरवना स्टोर, जी स्कॉवयर और लोटस ग्रुप के मालिकों ने आयकर विभाग से बचने के लिए अपनी काली कमाई को अपने नजदीकी कब्रिस्तान में छुपाया हुआ था।
लेकिन आयकर विभाग को कब्रिस्तान में छिपे खजाने की भनक लग गई और 9 दिन खुदाई करने के बाद कुल 433 करोड़ रुपए का खजाना पकड़ा जिसमें 12.53 किलो सोना, 25 करोड़ की नकदी और 626 कैरेट के हीरे शामिल हैं।
आयकर विभाग को खबर मिली थी कि सरवना स्टोर, लोटस ग्रुप और जी स्कॉवयर के मालिकों ने नकदी के जरिए चेन्नई में 180 करोड़ की प्रॉपर्टी खरीदी है। वे इस डील को छुपाकर टैक्स की हेराफेरी कर रहे हैं। ये खबर इतनी पक्की थी कि आयकर विभाग ने इन कंपनियों के चेन्नई और कोयंबटूर में 72 ठिकानों पर छापा मारने के लिए कई टीमें तैयार की। हालांकि इस छापे में शुरुआत में कुछ भी नहीं मिला। बाद में मुखबिरों को सक्रिय किया गया। सीसीटीवी फुटेज खंगाली गई तब आयकर विभाग की टीम को कब्रिस्तान का भेद मिला।
सैकड़ो कब्रों के बीच एक एसयूवी के ड्राईवर की निशानदेही पर एक कब्र को खोदा गया तो उसके नीचे से 433 करोड़ रुपये का खजाना दबा हुआ मिला। बताया जा रहा है कि छापा की पड़ने की भनक लगने के बाद आरोपियों ने अपने अवैध धन और सोना-हीरा को 28 जनवरी को कब्रिस्तान में लाकर छिपा दिया था।