नयी दिल्ली: भारत में फेसबुक की अध्यक्ष अंखी दास व्हाट्सऐप जासूसी कांड की जांच कर रही संसदीय समिति के सामने शुक्रवार को पेश हुईं। सूचना प्रौद्योगिकी पर कांग्रेस नेता शशि थरूर की अध्यक्षता वाली संसद की स्थायी समिति ने शुक्रवार को साइबर सुरक्षा विशेषज्ञों को नागरिकों के डेटा सुरक्षा और निजता के मुद्दे पर उनके विचार सुनने के लिए बुलाया था। बैठक को लेकर जारी नोटिस के मुताबिक, समिति ने व्हाट्सएप जासूसी कांड के गैर-आधिकारिक गवाहों को भी बुलाया था, जिसमें भाजपा के पूर्व संगठन सचिव गोविंदाचार्य शामिल थे। उनका प्रतिनिधित्व बैठक में उनके वकील ने किया।
नोटिस के मुताबिक फेसबुक के स्वामित्व वाली व्हाट्सऐप, दूरसंचार विभाग, केंद्रीय गृह मंत्रालय के अधिकारियों और दिल्ली के मुख्य सचिव को भी समिति ने बुलाया था। सूत्रों ने बताया कि व्हाट्सऐप का प्रतिनिधित्व भारत में फेसबुक की प्रमुख दास ने किया। उन्होंने समिति से कहा कि सोशल मीडिया मंच पर एक व्यक्ति द्वारा भेजा गया संदेश वही शख्स पढ़ सकता है जिसे यह भेजा गया है और इस तकनीक की तोड़ मुश्किल है। अक्टूबर में व्हाट्सऐप ने कहा था कि भारतीय पत्रकारों और मानवाधिकार कार्यकर्ताओं समेत दुनिया भर के कुछ लोगों की व्हाट्सऐप के जरिए जासूसी की गई थी।