मास्को। रूसी रक्षा एजेंसी ने बृहस्पतिवार को कहा कि रूस और भारत ने लंबी दूरी की सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल प्रणाली एस-400 की आपूर्ति के लिए भारत के अग्रिम भुगतान के मुद्दे को सुलझा लिया है। भारत ने 2015 में रूस में निर्मित एस-400 मिसाइल प्रणाली हासिल करने के अपने इरादे की घोषणा की थी।
पिछले साल रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की भारत यात्रा के दौरान 5.43 अरब अमेरिकी डॉलर की आपूर्ति के अनुबंध पर हस्ताक्षर किए गए थे। रूस के फेडरल सर्विस फॉर मिलिट्री एंड टेक्निकल कोआपरेशन के प्रेस कार्यालय ने कहा कि एस-400 के अनुबंध को समझौते और हस्ताक्षरित दस्तावेजों के अनुरूप लागू किया जाएगा।
अनुबंध के तहत अग्रिम भुगतान का मुद्दा सुलझा लिया गया है। अमेरिका ने एस-400 सौदे का विरोध किया था। रिपोर्टों में कहा गया है कि रूस पर अमेरिकी प्रतिबंधों के कारण प्रारंभिक भुगतान में देरी हुई है। ट्रम्प प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों ने भारत को आगाह किया है कि एस -400 करार से प्रतिबंध लगाया जा सकता है।