नई दिल्ली: भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) में चंद्रयान-2 के प्रक्षेपण की एक बार फिर हलचल तेज़ हो गई है। इस अहम मून मिशन के लिये नोटिस टू एयरमेन जारी कर दिया गया है। सूत्रों के मुताबिक, 21 या 22 जुलाई को किसी वक्त इसका प्रक्षेपण किया जा सकता है। हालांकि इसरो की तरफ से लांचिंग को लेकर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। 15 जुलाई को तकनीकी खामी की वजह से लांचिंग को टालना पड़ा था।
सूत्रों का कहना है कि 22 जुलाई को दोपहर 2.52 बजे चंद्रयान-2 लॉन्च किया जा सकता है। ऐसे में चंद्रयान-2 की यात्रा 4 दिन आगे बढ़ जाएगी। पहले चंद्रयान-2 चांद पर 6 सितंबर को पहुंचने वाला था लेकिन 22 जुलाई को लॉन्चिंग होने पर ये 10 या 11 सितंबर को चांद के दक्षिणी ध्रुव पर पहुंचेगा।
बताया जा रहा है अगर जुलाई में चंद्रयान-2 का प्रक्षेपण टल जाता है तो फिर सितंबर या अक्टूबर में ऐसा संभव हो पायेगा। इसकी वजह लांच विंडो का सही समय है। लांच विंडो वह उपयुक्त समय होता है जब पृथ्वी से चांद की दूरी कम होती है और पृथ्वी के चारों तरफ चक्कर लगाने वाले उपग्रहों और अंतरिक्ष के कचरे से टकराने की संभावना बेहद कम होती है।
बता दें कि चंद्रयान-2 का प्रक्षेपण 15 जुलाई को लॉन्च से 56.24 मिनट पहले रोक दी गई थी। चंद्रयान-2 को तड़के 2.51 बजे देश के सबसे ताकतवर रॉकेट जीएसएलवी-एमके3 से लॉन्च किया जाना था लेकिन 56.24 मिनट पहले काउंटडाउन रोक दिया गया। इसरो प्रवक्ता बीआर गुरुप्रसाद ने इसरो की तरफ से बयान देते हुए कहा कि जीएसएलवी-एमके3 लॉन्च व्हीकल (रॉकेट) में खामी आने की वजह से प्रक्षेपण रोक दिया गया है। लॉन्चिंग की अगली तारीख जल्द ही घोषित की जाएगी।