बेंगलुरु: भारत, श्रीहरिकोटा में सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से भूस्थैतिक उपग्रह प्रक्षेपण यान (जीएसएलवी) एफ11 के माध्यम से 19 दिसंबर को अपना नया संचार उपग्रह जीएसएटी-7ए को प्रक्षेपित करेगा। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने बुधवार को बताया कि 2,250 किलोग्राम का जीएसएटी-7ए 35 वां भारतीय संचार उपग्रह है जिसका निर्माण इसरो ने किया है।
इसरो ने कहा कि इस उपग्रह की आयु आठ साल है। इसका निर्माण भारतीय क्षेत्र में केयू-बैंड के प्रयोगकर्ताओं को संचार क्षमता मुहैया कराने के लिए किया गया है। जीएसएलवी अपनी 13वीं उड़ान में जीएसएटी-7ए को भू समतुल्यकालिक स्थानांतरण कक्ष (जीटीओ) में स्थापित करेगा। इसरो ने कहा कि इसके लिए उपग्रह में मौजूद संचालन प्रणाली (प्रपल्शन सिस्टम) का इस्तेमाल किया जाएगा।
अंतरिक्ष एजेंसी ने कहा कि जीएसएटी-7ए अपने प्रपेक्षक से अलग होने के बाद कुछ दिन में अपने कक्ष में पहुंचेगा। जीएसवीएल-एफ11 इसरो की चौथी पीढ़ी का प्रक्षेपण यान है जिसमें तीन चरण हैं।