नई दिल्ली। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) के दूसरे मून मिशन Chandrayaan-2 की लॉन्चिंग की नई तारीख आ गई है। 15 जुलाई को टाली गई लॉन्चिंग के बाद अब 22 जुलाई की दोपहर 2.52 मिनट पर चंद्रयान-2 की लॉन्चिंग होगी।
आपको बता दें कि 15 जुलाई को तड़के 2.51 पर Chandrayaan-2 की लॉन्चिंग होनी थी लेकिन 56.24 मिनट पहले ही ISRO वैज्ञानिकों ने इसे रोक दिया था। उस समय क्रायोजेनिक स्टेज में हो रही हीलियम लीकेज की वजह से लॉन्चिंग रोक दी गई थी।
पहले जनवरी में होनी थी लॉन्चिंग
अंतरिक्ष एजेंसी ने इससे पहले प्रक्षेपण की तारीख जनवरी के पहले सप्ताह में रखी थी, लेकिन बाद में इसे बदलकर 15 जुलाई कर दिया था। चंद्रयान-2 को जीएसएलवी मार्क-।।।-एम-1 रॉकेट के जरिए चांद पर ले जाया जाना था। श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से आज तड़के होने वाले प्रक्षेपण पर पूरे देश की निगाहें लगी थीं। इस 3,850 किलोग्राम वजनी अंतरिक्ष यान को अपने साथ एक ऑर्बिटर, एक लैंडर और एक रोवर लेकर जाना था।
चंद्रमा तक पहुंचने में लगते 54 दिन
अब तक के सबसे शक्तिशाली प्रक्षेपण यान GSLV मार्क-।।।-एम-1 रॉकेट के साथ 978 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित चंद्रयान-2 का प्रक्षेपण होने की स्थिति में इसे चंद्रमा तक पहुंचने में 54 दिन लगते। रविवार सुबह 6.51 बजे इसके प्रक्षेपण की उल्टी गिनती शुरू हुई थी। कई वैज्ञानिकों और विशेषज्ञों ने कहा है कि प्रक्षेपण टलने से थोड़ी निराशा जरूर हुई है, लेकिन समय रहते तकनीकी खामी का पता चल जाना एक अच्छी बात है। उन्होंने प्रक्षेपण की नई तारीख की जल्द घोषणा होने की उम्मीद भी व्यक्त की है।