नई दिल्ली: सोशल मीडिया पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के एक ट्वीट ने हड़कंप मचा दिया है। इस ट्वीट के ज़रिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म छोड़ने के संकेत दिए हैं। इसके बाद बहस शुरु हो गई है कि पीएम ने ऐसा क्यों लिखा। क्या पीएम मोदी सोशल मीडिया के गलत इस्तेमाल से दुखी है या फिर उनके दिमाग में कोई नया आईडिया चल रहा है? बता दें कि पीएम मोदी ने जैसे ही रात 8 बजकर 56 मिनट ट्विट किया कि आने वाले रविवार को सोशल मीडिया छोड़ने पर विचार कर सकते हैं वैसे ही सोशल मीडिया पर बवाल मच गया।
इसके बाद ट्विट करने वालों की बाढ़ आ गई जिसमें पीएम से सोशल मीडिया नहीं छोड़ने की गुजारिश की जाने लगी। कोई कह रहा था आपने तो हमें सोशल मीडिया पर चलना सिखाया, कोई कह रहा था आपने तो हमें सोशल मीडिया पर बोलना सिखाया। ऐसा सिर्फ इसलिए क्योंकि प्रधानमंत्री हर प्लेटफॉर्म से बताते हैं कि सोशल मीडिया की ताकत क्या है।
प्रधानमंत्री मोदी का सोशल मीडिया पर ऐसा जलवा है कि विरोधियों को अब तक उसका जवाब नहीं सूझ रहा है। 2014 में ये कहा जाता था कि मैदान के साथ-साथ कांग्रेस सोशल मीडिया की लड़ाई भी हार गई और उसके बाद ही राहुल गांधी सोशल मीडिया पर आए और कल जब पीएम मोदी का ट्विट आया तो राहुल गांधी अपने सवाल और प्रहार दोनों एक साथ लेकर आए। उन्होंने ट्वीट किया, “नफरत छोड़िए, सोशल मीडिया नहीं।“
राहुल गांधी कुछ भी बोलें लेकिन पीएम के ट्विट के बाद मोहल्लों में, नुक्कड़ों में, ट्रेन में, बाजार में, हर तरह इस बात पर बहस शुरु हो गई कि प्रधानमंत्री ने ऐसा क्यों कहा। क्या सोशल मीडिया पर फैल रहे अफवाहों की वजह से ऐसा फैसला लिया गया? क्या सोशल मीडिया पर गाली-गलौज और धमकाने वाले पोस्ट से परेशान हैं पीएम?
इस ऐलान के बाद सनसनी फैल गई और देखते ही देखते प्रधानमंत्री का ये ट्विट रिट्विट किया जाने लगा। सिर्फ 1 घंटे में 17 हजार 300 बार रिट्विट हो गया, 52 हजार 800 बार लाइक किया गया और 33 हजार 500 कमेंट किए गए।
करोड़ों लोग ऐसे हैं जो प्रधानमंत्री को फॉलो करने के बाद ये उम्मीद रखते हैं कि वो अपनी बात सीधे-सीधे प्रधानमंत्री तक पहुंचा सकते हैं लेकिन प्रधानमंत्री के इस नए ऐलान ने लोगों की उम्मीदों को कमजोर कर दिया।
प्रधानमंत्री की इन बातों से साफ है कि वो सोशल मीडिया पर फैल रही गंदगी को भी देख रहे थे और अच्छाइयों को भी देख रहे थे इसलिए ये चर्चा भी हो रही है कि क्या देश के प्रधानमंत्री सोशल मीडिया पर फैल रहे अफवाहों से विचलित हो गए हैं या फिर कुछ नया इनोवेटिव आइडिया' का ऐलान करने वाले हैं क्योंकि मनी ट्राजेक्शन के लिए पेटीएम और गूगल पे के बावजूद BHIM ऐप सरकार लॉन्च करती है और सफलता भी हासिल करती है।
मास्टर कार्ड और वीजा कार्ड के बावजूद पीएम ने रुपे कार्ड लॉन्च किया और वहां भी सफलता मिली इसलिए ये कयास लगाए जा रहे हैं कि प्रधानमंत्री कुछ नया कर सकते।
प्रधानमंत्री के सोशल मीडिया से जाने का मतलब है, सरकार के सभी मंत्रालयों का जाना। मंत्रालय और मंत्री के जाने का मतलब सोशल मीडिया पर आप शिकायत कहां और किससे करेंगे। 6 साल में जो व्यवस्था प्रधानमंत्री मोदी ने तैयार की थी क्या वो बिगड़ने वाली है। रविवार तक का वक्त दिया है प्रधानमंत्री ने तब तक भारत सोचता रहेगा सोशल मीडिया का शहंशाह, सोशल मीडिया से क्या सच में संन्यास लेने वाला है।