नई दिल्ली: डोकलाम पर मात खाने के बाद भी चीन भारत को गीदड़भभकी देने से बाज नहीं आ रहा है। चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने एक बार फिर भारत को धमकाने की कोशिश की है। चीन के राष्ट्रपति ने अपनी सेना को जंग के लिए तैयार रहने के साथ ही जीतने के लिए तैयार रहने को भी कहा है। 10 दिन में ये दूसरा मौका है जब जिनपिंग ने अपनी सेना को जंग के लिए तैयार रहने को कहा है। अब सवाल ये है कि आखिर चीन किसके साथ जंग की तैयारी कर रहा है?
लगातार दूसरी बार चीन के राष्ट्रपति बने शी जिनपिंग शुक्रवार को सेंट्रल मिलिट्री कमीशन यानी CMC के संयुक्त सैन्य कमान का निरीक्षण करने पहुंचे थे। यहीं पर जिनपिंग ने अपनी आर्मी को जंग लड़ने और उसे जीतने के लिए हर वक्त तैयार रहने को कहा। जिनपिंग ने कहा कि CMC की ये जिम्मेदारी है कि वो सेना को जंग लड़ने और उन्हें जीतने के लिए तैयार रखे। हमारी फोर्सेस को नए दौर के मिशंस के लिए तैयार रहना चाहिए, ताकि पार्टी और जनता उन पर भरोसा कर सकें।
जानकार जिनपिंग के ‘प्लान ए जंग’ को भारत के नज़रिये से अहम मान रहे हैं। सवाल ये है कि क्या हिंदुस्तान से युद्ध चाहता है चीन? चीन के राष्ट्रपति जिनपिंग के आदेश के फौरन बाद आर्मी चीफ बिपिन रावत ने भी इशारों-इशारों में बड़ी जानकारी दी। सेना प्रमुख ने कहा कि डोकलाम में इस वक्त भारत और चीन के सैनिकों का दस्ता मौजूद ज़रूर है लेकिन दोनों आमने-सामने नहीं हैं। डोकलाम पर इसी साल अगस्त में इसी शर्त पर गतिरोध खत्म हुआ था कि दोनों देशों के सैनिक आमने-सामने नहीं रहेंगे। पीपुल्स लिबरेशन आर्मी इस समय भी वहां मौजूद है लेकिन वे लोग हमसे एक निश्चित दूरी बनाए हुए हैं।
अभी एक दिन पहले ही चीन ने जैश ए मोहम्मद के सरगना मसूद अज़हर को ग्लोबल टेररिस्ट घोषित किए जाने पर यूएन में वीटो लगाया था जिसपर भारत ने कड़ा ऐतराज जताया था और अब चीन के राष्ट्रपति की जंग वाली गीदड़भभकी सामने आई है। जाहिर है डोकलाम पर भारत से मिली कूटनीतिक हार के बाद से ही चीन बौखलाया हुआ है और अपनी सेना को जंग के लिए उकसाने वाला जिनपिंग का ये आदेश भी उसी की अगली कड़ी है।