नई दिल्ली | प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) आईएनएक्स मीडिया मामले में पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम पर शिकंजा कसने की तैयारी कर रही है, क्योंकि चाटर्ड एकांटेंट भास्कर रमन ने खुलासा किया है कि उनके बेटे कार्ति चिदंबरम की एक शेल कंपनी ने चिंदबरम के यात्रा और अन्य खर्चो का भुगतान किया।
जांच से जुड़े ईडी के एक वरिष्ठ सूत्र ने आईएएनएस को बताया, "ये खुलासे रमन ने पिछले साल पूछताछ के दौरान किए थे।" यात्रा खर्च और अन्य खर्चो के भुगतान का विवरण दस्तावेजों और हार्ड डिस्क्स में प्राप्त हुआ है, जिसे आयकर अधिकारियों ने कार्ति के द्वारा प्रमोटेड चेन्नई में चेस ग्लोबल एडवाजरी सर्विसेज पर छापे के दौरान जब्त किया था।
अधिकारी ने बताया, "जब रमन को दस्तावेज और हार्ड डिस्क दिखाए गए तो उसने यह बात स्वीकार की।" रमन को पिछले साल केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने गिरफ्तार किया था, और फिलहाल वे जमानत पर हैं।
सूत्रों के मुताबिक, जब पूर्व वित्त मंत्री से उनके यात्रा खर्चो और अन्य खर्चो का भुगतान शेल कंपनी द्वारा करने के बारे में पूछा गया तो उन्होंने इसे आधारहीन करार दिया।
सीबीआई ने चिदंबरम को बुधवार को फॉरेन इंवेस्टमेंट प्रमोशन बोर्ड (एफआईपीबी) मंजूरी और आईएनएक्स मीडिया समूह मामले में 24 घंटों तक चले ड्रामे के बाद गिरफ्तार किया था। इसके अगले दिन उन्हें दिल्ली की एक अदालत ने 26 अगस्त तक के लिए सीबीआई हिरासत में भेज दिया।