नई दिल्ली: रॉबर्ट वाड्रा से पूछताछ के बाद अब प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की गाज चिदंबरम फैमिली पर गिर सकती है। इस जांच की आंच कांग्रेस के सीनियर लीडर और पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम और उनके बेटे कार्ति चिदंबरम की मुश्किलें बढ़ा रही हैं। पूर्व वित्त मंत्री से ईडी 8 फरवरी को पूछताछ कर सकती है जबकि उनके बेटे कार्ति चिदंबरम से आज सवाल जवाब किया गया। दोनों पर आईएनएक्स मीडिया डील मामले में मनी लांड्रिंग का आरोप है।
बता दें कि आईएनएक्स मीडिया केस की जांच प्रवर्तन निदेशालय और सीबीआई दोनों कर रही हैं। दोनों ऐजेंसी जांच कर रही हैं कि 2007 में कार्ति ने किस तरह से विदेशी निवेश प्रमोशन बोर्ड यानी FIPB से क्लीयरेंस कराया। 2007 में कार्ति के पिता पी चिदंबरम वित्त मंत्री थे। हालांकि इस मामले में ईडी और सीबीआई पी चिदंबरम और कार्ति से पूछताछ कर चुकी है। इस केस में कार्ति को सीबीआई ने गिरफ्तार भी किया था। बाद में उन्हें जमानत मिल गई थी।
आरोप है कि आईएनएक्स मीडिया को मंजूरी दिलाने के लिए कंपनी के डायरेक्टर पीटर और इंद्राणी मुखर्जी ने पी चिदंबरम से मुलाकात की थी। यही नहीं कार्ति चिदंबरम को आईएनएक्स मीडिया को FIPB से मंजूरी दिलाने के लिए मोटी रिश्वत में मिली थी और 2007 में ही कंपनी के 305 करोड़ रुपये विदेश से देश में पहुंचाए गए थे।
ईडी ने सीबीआई की एफआईआर के आधार पर ही पीएमएलए का केस दर्ज किया है लेकिन पिछले कुछ वक्त से कार्ति जांच में सहयोग नहीं कर रहे थे जिसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें फटकार लगाई थी। इस बीच बुधवार को दिल्ली हाईकोर्ट ने पी चिदंबरम को इस बात की मंजूरी दे दी कि आईएनएक्स मीडिया मामले में अग्रीम ज़मानत के लिए वो अपने दावे के समर्थन में कुछ और दस्तावेज कोर्ट में जमा करा सकते हैं। दोनों की गिरफ्तारी पर 18 फरवरी तक रोक लगी है।