अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर इंडिया टीवी ने पुलवामा हमले में शहीद हुए मेजर विभूती ढौंडियाल की पत्नी नितिका कौल ढौंडियाल से बातचीत की। नितिका कौल ढौंडियाल से आज कई महिलाएं प्रेरणा ले सकती है। नितिका का मानना है कि सभी महिलाओं को एक उद्देश्यपूर्ण जीवन जीने की जरूरत है। उन्होनें महिलाओं के लिए कहा कि आपको जोखिम उठाना होगा और एक स्वतंत्र जीवन जीना होगा। नितिका ने कहा कि महिलाएं कई बार किसी काम को करने से पहले यह सोचती है कि यह संभव नहीं होगा लेकिन उन्हें अपने आपको मौका देना होगा।
नितिका कौल ढौंडियाल ने इंडिया टीवी से बात करते हुए महिलाओं के लिए सफलता का मंत्र दिया और कहा कि "अभी कुछ शुरू करो। एक शुरुआत के लिए अंत की प्रतीक्षा मत करो। एक कदम उठाओ।" नितिका ने अपनी यात्रा को साझा करते हुए कहा कि उनके पास एक सहायक परिवार है जो उन्हें अपने फैसले लेने देता है। नितिका ने मेजर विभूती ढौंडियाल का उल्लेख करते हुए कहा कि उनकी शारीरिक उपस्थिति के बिना भी, ''विभु'' ने केवल मुझे मजबूत बनने में मदद की है। नितिका ने अपनी सास और ननद को अपनी जिंदगी में "सबसे मजबूत महिला" का श्रेय भी दिया।
मेजर विभूति ढौंडियाल की पत्नी ने कहा कि वह हमेशा सशस्त्र बलों के प्रति झुकाव रखती है। "एक बच्चे के रूप में, मैं कैप्टन, प्लैनेट, और कैप्टन व्योम के प्रति रुचि रखती थी। उन्होनें कहा मैंने कभी भी भारतीय सशस्त्र बलों पर संदेह या अविश्वास नहीं किया। ''विभु'' को भी अपनी नौकरी से बहुत प्यार था, उसने कभी किसी बात की परवाह नहीं की।
मेजर विभूति ढौंडियाल के शहीद होने के एक साल बाद उनकी पत्नी निकिता कौल ढौंडियाल सेना की अधिकारी बनने के लिए तैयार हैं। निकिता ने शॉर्ट सर्विस कमिशन पास किया और अब वह 27 मार्च को भारतीय सेना को ज्वाइन करेंगी। शहीदों की पत्नियों को सेना में भर्ती होने के लिए उम्र में ढील दी जाती है, लेकिन पूरी प्रक्रिया सामान्य अभ्यर्थियों जितनी ही कठिन होती है।