नई दिल्ली। देश में स्वच्छता के जनक और लोगों में स्वच्छता की चेतना जगाने वाले संत गाडगे का अनुसरण करने वाली संस्था अंतरराष्ट्रीय सहयोग संगठन ने बुधवार को राष्ट्रीय राजधानी में स्वच्छता जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया और केंद्र सरकार से उसके स्वच्छ भारत अभियान के साथ संत गाडगे का नाम जोड़कन उन्हें सम्मान दिए जाने की मांग की।
अंतरराष्ट्रीय सहयोग संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष अजय रजक ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि देते हुए स्वच्छता जागरूकता कार्यक्रम की शुरुआत की। उन्होंने कहा कि स्वच्छ भारत अभियान को पांच साल पूरे हो गए हैं, यह मोदी सरकार की सबसे बड़ी उपलब्धि है। उन्होंने केंद्र सरकार से संत गाडगे का नाम अभियान के साथ जोड़ने की मांग करते हुए सरकार को मांग पत्र सौंपा है।
रजक ने कहा कि भारतीय इतिहास में संत गाडगे पहले व्यक्ति थे जिन्होंनें न सिर्फ व्याप्क स्तर पर लोगों को स्व्च्छता के लिए जागरूक किया, बल्कि स्वयं का पूरा जीवन स्वच्छता को समर्पित कर दिया। वह जिस भी स्थान या गांव में जागरूकता के लिए जाते थे, वहां पहले स्वयं साफ-सफाई करते थे। यही संदेश उन्होंने लोगों को भी दिया कि बिना सरकारी अमले या किसी और से मदद की अपेक्षा किए अपने आसपास के वातावरण को साफ रखा जाए। गाडगे बाबा की इन्हीं खूबियों के कारण बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर ने उन्हें अपना गुरू बनाया था।
इस अवसर पर संस्था ने सरकार से मांग की कि जिस तरह महाराष्ट्र सरकार प्रत्येक वर्ष संत गाडगे के नाम पर स्वच्छता अवार्ड प्रदान करती है, उसी तरह केंद्र सरकार भी संत गाडगे के नाम पर स्वच्छता पुरस्कार को शुरू करे। इतना ही नहीं अंतरराष्ट्रीय सहयोग संगठन ने संत गाडगे के नाम पर एक दिन के राष्ट्रीय अवकाश की घोषणा करने की भी मांग सरकार से की है।