नई दिल्ली। केंद्रीय गृह मंत्रालय की तरफ से संसद में कहा गया है कि पिछले 6 महीने के दौरान भारत और चीन की सीमा पर किसी तरह की घुसपैठ नहीं हुई है जबकि पाकिस्तान के साथ लगते बॉर्डर से 47 बार घुसपैठ का प्रयास हुआ है। गृह मंत्रालय की तरफ से राज्यसभा में पूछे गए एक प्रश्न के दिए गए लिखित जवाब में यह जानकारी दी गई है। प्रश्न में गृह मंत्रालय से भारत-चीन तथा भारत-पाकिस्तान बॉर्डर पर घुसपैठ की जानकारी मांगी गई थी।
गृह मंत्रालय की तरफ से प्रश्न के उत्तर में कहा गया है कि भारत और पाकिस्तान बॉर्डर पर फरवरी में कोई घुसपैठ नहीं हुई, मार्च में 4 बार घुसपैठ का प्रयास हुआ जो अप्रैल में बढ़कर 24 तक पहुंच गया, इसके बाद मई में 8 बार घुसपैठ की कोशिश की गई और जून में कोई मामला सामने नहीं आया लेकिन जुलाई में एक बार फिर से घुसपैठ की कोशिश के 11 मामले सामने आए हैं। साथ में यह भी कहा गया है कि इस अवधि के दौरान भारत और चीन की सीमा पर कोई घुसपैठ नहीं हुई है।
गृह मंत्रालय के जवाब में यह भी कहा गया है कि सीमा पर घुसपैठ को रोकने के लिए सरकार ने कई कदम उठाए हैं जिनके तहत सीमा पर तैनाती बढ़ाई गई है, इंटेलिजेंस को मजबूत किया गया है, कई जगहों पर कंटीली तार लगाई गई है और घुसपैठियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है।
गौरतलब है कि जून में लद्दाख से लगते चीन बॉर्डर पर भारत और चीन के सैनिकों के बीच हिंसक झड़प हुई थी और उस झड़प में भारत के 20 सैनिक शहीद हो गए थे और चीन के भी कई सैनिक मारे गए हैं लेकिन चीन ने इसकी जानकारी नहीं दी है।