नई दिल्ली। पाकिस्तान के साथ सिंधु जल आयोग पर दिल्ली में बातचीत शुरू हो चुकी है। सोमवार शाम को इस आयोग पर बातचीत के लिए पाकिस्तान का प्रतिनिधिमंडल भारत पहुंचा है। पाकिस्तानी प्रतिनिधिमंडल सोमवार को वाघा बॉर्डर के रास्ते भारत पहुंचा है। पाकिस्तान के साथ पिछले ढाई वर्ष में पहली बार इस तरह की बातचीत हो रही है। बातचीत के लिए पाकिस्तानी प्रतिनिधिमंडल की अध्यक्षता मेहर अली शाह कर रहे हैं जबकि भारत की तरफ से सिंधु जल आयुक्त प्रदीप कुमार सिन्हा बातचीत को आगे बढ़ा रहे हैं। भारत और पाकिस्तान के बीच 2 दिन तक सिंधु जल आयोग के मुद्दे पर बातचीत होगी।
फरवरी 2019 में पुलवामा में हुए आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच बातचीत पूरी तरह से बंद हो गई थी, सिंधु जल आयोग पर भी इससे पहले अंतिम बात अगस्त 2018 में हुई थी, यानि लगभग 31 महीने के बाद इस मुद्दे पर फिर बात हो रही है।
पिछले महीने ही भारत और पाकिस्तान की सेनाओं ने जम्मू-कश्मीर में संघर्ष विराम को गंभीरता से लागू करने का फैसला किया है और दोनों सेनाओं की तरफ से की गई इस पहल के बाद दोनों देशों के बीच बातचीत फिर से शुरू होने की संभावना बढ़ी है। पाकिस्तानी सेना के प्रमुख जनरल वाजवा ने इसी महीने पाकिस्तान में एक बयान दिया था कि दोनों देशों को पुरानी बाते भूलकर आगे बढ़ने की जरूरत है। हाल ही में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के कोरोना संक्रमित होने के बाद भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनके जल्द स्वस्थ होने की कामना की है।
अगस्त 2019 में जब भारत ने जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्ज खत्म किया था तो दोनों देशों के बीच सिंधु जल आयोग को लेकर होने वाली कई बैठकें टल गईं थी। भारत ने इसके बाद जम्मू-कश्मीर में कुछ जल परियोजनाओं पर काम शुरू किया हुआ है जिसकी वजह से पाकिस्तान चिंतित है और मौजूदा बैठक के दौरान वह भारत की जल परियोजनाओं के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकता है।